बच्चों को बाल श्रम से दूर रखकर सशक्त भारत का सपना सच होगा

बच्चों के बुनियादी जरूरतों,सपनों को साकार करने संग उनके अधिकार मिले

वाराणसी। देश के भविष्य बच्चों को उनका अधिकार और बाल श्रम से आजादी जिस दिन पूर्णरूपेण मिलने लगेगें उस दिन सशक्त भारत का निर्माण पूरा होगा।उक्त बातें भाजपा नेता व अधिवक्ता प्रिंस चौबे ने यूनिसेफ सहायतित एक्शन एड एसोसियेशन द्वारा संचालित नई पहल बाल संरक्षण परियोजना के अंतर्गत विश्व बाल श्रम दिवस के पूर्व संध्या पर हरहुआ ब्लॉक के उदयपुर पंचायत भवन में आयोजित कार्यशाला में व्यक्त किया।उन्होंने यह भी कहा कि विश्व बाल श्रम निषेध दिवस दुनिया भर के उन लाखों बच्चों की ओर ध्यान आकर्षित करता है जो अपने बचपन,शिक्षा और बुनियादी अधिकारों से वंचित होकर शोषणकारी श्रम करने के लिए मजबूर हैं। साथ ही दुनिया भर में बाल श्रम में लिप्त बच्चों द्वारा सामना की जाने वाली हानिकारक मानसिक और शारीरिक समस्याओं के बारे में आज जागरूकता की जरूरत है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ग्राम प्रधान उदयपुर सुधधु ने कहा कि हमें बच्चों को अच्छी शिक्षा,बेहतर पोषण और सामाजिक सम्मान की जरूरत है।अन्य वक्ताओं में प्रशिक्षक सुनील कुमार ‘योगी’ ने कहा कि पंचायत स्तर पर समुदाय में बच्चों के शोषण व बाल श्रम को रोककर बेहतर सामाजिक अधिकार मुहैया कराने का प्रयास होना जरूरी है।अन्य वक्ताओं में रामचरन गोंड,अमरावती,चंदा,बृजलाल,रोशनी,अजीत ने बाल श्रम रोकने पर जोर दिया।धन्यवाद समूह सखी सरिता ने की तथा सफल संचालन सुनील कुमार ने किया।

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