आयुष्मान कार्ड न बनने से मायूस दिखे लाभार्थी।

बिसवां सीतापुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना मे पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक सूची मे पांच से अधिक संख्या के लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाने का अभियान शहरी इलाके मे शुरु हो गया। सरकार के स्पस्ट निर्देश है कि सभी राशन कोटे की दुकानों पर कैम्प लगाकर यह कार्ड लाभार्थियों के बनाये जाने है। नगर बिसवां मे कोटे की दुकानों पर एक दो दुकानों को छोड़कर कही भी कैम्प के द्वारा आयुष्मान कार्ड बनते हुए देखने को नही मिले।मोहल्ला झज्जर मे नीलम कोटेदार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान पर कुछ देर् के लिए महिला स्वास्थ कर्मी आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए नजर तो आई लेकिन किसी भी लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड नही बन सका साइड का रोना तो कही राशन कार्ड धारक का डेटा का न खुलने की वजह से घंटो इंतजार करने के बाद लाभार्थी मायूस होकर वापस चले गये।ऐसे मे सवाल यह है कि पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड पर पांच से अधिक संख्या होने के बावजूद भी कार्ड न बन पाने मे आ रही इस समस्या का समाधान होगा कैसे और लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनेगा कैसे। इसको लेकर लाभार्थी हकलान है। फिलहाल नगर मे जोर शोर से शुरु किये गये आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के इस अभियान का लाभार्थियों को फायदा मिलता हुआ देखने को नही मिल रहा है।

योजना के क्या है फायदे ,क्या है योजना।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना मे आयुष्मान कार्ड बन जाने के बाद लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों को वर्ष मे पांच लाख तक् का मुफ्त इलाज की सुविधा देश के अंदर चयनित अस्पतालों मे इलाज की सुविधा ले सकता है। योजना के तहत कहा गया है कि ऐसे परिवार जो खाद सुरक्षा अधिनियम के तहत अच्छादित है और पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड धारक है। राशन कार्ड पर परिवार की संख्या पांच से अधिक है ।ऐसे परिवार पात्र है उनको प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना मे अच्छादित कराकर वर्ष मे पांच लाख का मुफ्त इलाज सरकारी या फिर सरकार द्वारा योजना मे चयनित अस्पतालों मे सुविधा मुहैया होगी।

क्या बोले अधीक्षक,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसवां के अधीक्षक अमित कपूर से जब सवाल किया गया की।राशन कार्ड पर पांच से अधिक संख्या होने के बावजूद भी आयुष्मान पोर्टल पर लाभार्थी का डाटा शो नही हो रहा है ऐसे लाभार्थियों की समस्या के समाधान की क्या व्यवस्था है।उन्होंने कहा हमारे केंद्र पर टेक्निकल टीम है ऐसे लाभार्थी यहाँ आकर सम्पर्क करे टीम देखेगी क्या समस्या है।

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