कोकोनट शुगर को क्या एक बेहतर विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है?

सफेद चीनी और इससे बनी चीजें तो आपने कई बार खाई होगी, इस फूड आइटम को सेहत का दुश्मन माना जाता क्योंकि इससे टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा और कई दूसरी बीमारियां हो सकती है, लेकिन क्या आपने कोकोटन शुगर को ऑप्शन के तौर पर यूज करने के बारे में सोचा है?. इसे कोकोनट पाम शुगर भी रहते हैं, जो दिखने में ब्राउन कलर का होता है. आइए जानते हैं व्हाइट शुगर के मुकाबले कोकोनट शुगर क्यों बेहतर है?

कोकोनट शुगर के फायदे

  1. न्यूट्रिएंट्स से भरपूर
    कोकोनट शुगर तैयार होने के बाद भी इसमें कोकोनट पाम में मौजूद पोषक तत्व बरकरार रहते हैं.जिनमें आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल्स शामिल हैं. हालांकि इन पोषक तत्वों की मात्रा अपेक्षाकृत कम है, लेकिन फिर भी आप इसका फायदे उठा सकते हैं.
  1. लो ग्लाइसिमिक इंडेक्स
    सफेद चीनी की तुलना में कोकोनट शुगर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. इसका मतलब ये है कि इससे ब्लड शुगर लेवल ज्यादा नहीं बढ़ता. नॉर्मल लोगों को भी इसे व्हाइट शुगर का बेहतरीन विकल्प के तौर पर अपनाना चाहिए क्योंकि इससे डायबिटीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
  2. नेचुरल स्वीट फ्लेवर
    कोकोनट शुगर में एक खास कारमेल जैसा स्वाद होता है, इसकी मदद से कई स्वीट रेस्पीज और ड्रिंक्स तैयार किया जा सकता है, जिसका फ्लेवर नॉर्मल शुगर की तरह ही मीठा होता है.

इस बात का रखें ख्याल
हालांकि, इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि कोकोनट शुगर फिर भी चीनी का एक रूप है और इसका सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए. हालांकि इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन किसी भी चीनी के अत्यधिक सेवन से वजन बढ़ना, दांतों में सड़न और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.

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