लखनऊ। एंटी करप्शन की टीम ने शनिवार शाम बंथरा थाने की हरौनी चौकी प्रभारी (दारोगा) राहुल त्रिपाठी को रंगेहाथ 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा। पकड़े जाने पर दारोगा ने टीम के सदस्यों को धक्का देकर भागने का प्रयास किया तो घेर कर पकड़ा गया।
धक्का मुक्की में दारोगा के सितारे और बैज उखड़ कर जमीन पर गिर गए। टीम नें उन्हें खींचते हुए कार में डाला और पीजीआइ थाने लेकर चली गई। करीब तीन घंटे तक चली पूछताछ के बाद दारोगा राहुल त्रिपाठी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।
यह है पूरा मामला
दारोगा राहुल त्रिपाठी के पकड़े जाने की जानकारी मिलते चौकी पर लोगों की भीड़ जुट गई। आनन-फानन में बंथरा थाने से पुलिस बल भी पहुंच गया। सीओ लखनऊ सेक्टर डा. अर्चना सिंह ने दारोगा के घूस लेने की पुष्टि की।
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले बंथरा थाने में एक युवती ने युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि युवक ने होटल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। मामले की विवेचना दारोगा राहुल त्रिपाठी कर रहे थे।
दारोगा होटल मालिक को भी धमका रहे थे। उसे इस मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे थे। दारोगा ने होटल मालिक से 20 हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें होटल मालिक ने पहले 10 हजार रुपये देने को राजी हुआ। इसकी जानकारी होटल मालिक ने एंटी करप्शन को भी दे दी थी।
योजनाबद्ध तरीके से सीओ डाॅ. अर्चना सिंह और उनकी टीम पहुंची। होटल मालिक को 10 हजार रुपये दिए और दारोगा को देने को कहा। दारोगा ने होटल मालिक से रुपये लिए। इसके बाद टीम ने दारोगा को धर दबोचा।
10 महीने में पकड़े गए 24 घूसखोर
जनवरी से अबतक एंटी करप्शन और विजिलेंस ने सरकारी विभाग में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों समेत 24 घूसखोरों को पकड़ा। इसमें 10 राजस्व विभाग के और छह पुलिस विभाग के थे।
जानकारी के मुताबिक, घूसखोरी में राजस्व विभाग पहले और पुलिस विभाग के कर्मचारी दूसरे नंबर पर हैं। इसके पूर्व 18 सितंबर को विजिलेंस की टीम ने सदर तहसील के लेखपाल को 10 हजार रुपये की घूस लेते पकड़ा गया था।
14 जून को बक्शी का तालाब थाने में तैनात दारोगा प्रदीप कुमार पांडेय को एंटी करप्शन की टीम ने 13 हजार रुपये घूस लेते हुए थाना परिसर से रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।