मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खुब्बापुर में निजी स्कूल में दिव्यांग शिक्षिका ने हिंदू वर्ग के छात्र से संप्रदाय विशेष के छात्र की पिटाई कराई। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शासन ने आइजी मेरठ को जांच अधिकारी नामित किया है।
नेहा पब्लिक स्कूल चलाती थी तृप्ता त्यागी
बता दें कि विगत माह सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जनपदभर में खलबली मच गई थी। पुलिस के अनुसार, मंसूरपुर के गांव खुब्बापुर में रविंद्र कुमार व उसकी पत्नी तृप्ता त्यागी नेहा पब्लिक स्कूल संचालित है। इसी गांव के रहने वाले व्यक्ति का आठ वर्ष का बेटा स्कूल में दो वर्ष से पढ़ता है।
विगत दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित होने पर स्कूल व शिक्षिका की कार्यप्रणाली चर्चा का विषय बन गई। प्रसारित वीडियो में कुर्सी बैठी शिक्षिका छात्र के धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रही है। वह पहले एक छात्र से पीड़ित के गाल पर थप्पड़ लगवाती है। इसके बाद दो अन्य छात्रों को बुलाकर गाल और दूसरे से पीठ पर पिटाई कराती है।
सुप्रीम कोर्ट में भी डाली है एक याचिका
यह मामला राजनीतिक रूप से मुखर हो गया था। इस मामले को लेकर तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश शासन को आदेश दिए थे कि किसी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी से मामले की जांच कराई जाए। शुक्रवार देर रात शासन ने इस मामले की जांच के लिए आईजी मेरठ को नामित किया है।