बेंगलुरु: तमिलनाडु को 5,000 क्यूसेक पानी छोड़ने के कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण के आदेश के विरोध में किसान संगठनों की तरफ से मंगलवार को बंद अह्वान किया गया है. बंद से आम लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के सभी मार्ग मंगलवार को सामान्य रूप से चालू रखे गए हैं. बीएमटीसी की तरफ से इस बात की जानकारी सोशल मीडिया साइट एक्स पर दी गई है. एक वीडियो भी साझा किया गया है जिसमें बीएमटीसी की बस यात्रियों को सामान्य रूप से लेकर जा रही है.
स्कूल और कॉलेजों में अवकाश की घोषणा
बंद के मद्देनजर बेंगलुरु शहरी के जिला कलेक्टर केए दयानंद ने मंगलवार को सभी स्कूलों और कॉलेजों के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने कहा कि शहर में धारा 144 लागू की गई है जिसके तहत पांच से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी. शहर में कैब की सुविधा सामान्य दिनों की तरह चल रही है. ओला उबर ड्राइवर्स एंड ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तनवीर पाशा ने कहा कि बीएमटीसी, ओला और उबर सेवाएं हमेशा की तरह रहेंगी.
क्यों बुलाया गया है बंद?
किसान संगठनों, कन्नड़ संगठनों और विपक्षी दलों ने सीडब्ल्यूएमए के उस आदेश के विरोध में आज शहर में बंद का आह्वान किया है, जिसमें राज्य को 13 सितंबर से प्रभावी होकर 15 दिनों के लिए पड़ोसी राज्य तमिलनाडु को 5,000 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्देश दिया गया है.
बीजेपी ने बंद का किया समर्थन
बंद पर बोलते हुए बीजेपी नेता सीटी रवि ने कहा कि हमारे राज्य पार्टी प्रमुख और बीएस येदियुरप्पा ने समर्थन की घोषणा की. हम इसका समर्थन करेंगे और इसके साथ ही हम गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) सांसद एचडी देवेगौड़ा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में विशेषज्ञों की एक टीम से कर्नाटक में पानी और खड़ी फसल की स्थिति का अध्ययन करने का अनुरोध किया है.