दिल्ली जल बोर्ड के बोरवेल में गिरने से युवक की मौत, हादसे की जाँच में जुटी पुलिस…

पश्चिमी दिल्ली। केशोपुर इलाके के दिल्ली जल बोर्ड के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थित पंपिंग रूम में शनिवार देर रात घुसे युवक की करीब 12 इंच चौड़े व करीब 40 फीट गहरे बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।

ताजा मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को केशोपुर इलाके में दिल्ली जल बोर्ड के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में बोरवेल में गिरने से एक युवक की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज की है। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि विकासपुरी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 304 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।

दमकल विभाग व एनडीआरएफ की टीम ने करीब 14 घंटे के राहत व बचाव अभियान चलाकर उसको बाहर निकाला व दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।पुलिस युवक की शिनाख्त करने की कोशिश कर रही है।फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि युवक किसलिए यहां पहुंचा था।विकासपुरी थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर जांच में जुट गई है।

शनिवार देर रात को दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों को पंपिंग रूम से कुछ आवाजें आ रही थी।जब कर्मचारी वहां पर पहुंचे तो देखा कि दरवाजा खुला था और बोरवेल में कोई गिरा हुआ है।वहां से पानी में कुछ हिलने व चिल्लाने की आवाज आ रही थी।इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।पुलिस व दमकल विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने बोरवेल में रस्सी डालकर देखना चाहा कि कोई हलचल हो रही है या नहीं।दमकल विभाग की ओर से कई बार रस्सी डाली गई।बोरवेल में गिरा युवक न ही रस्सी को पकड़ने की कोशिश कर रहा था और न ही अंदर से कोई आवाज आ रही थी।

इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया।एनडीआरएफ की टीम ने भी रविवार तड़के तक युवक को बोरवेल से निकालने की कोशिश की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।पंपिंग रूम में अंधेरा होने की वजह से कुछ दिखाई नहीं दे पा रहा था।एेसे में टीम ने यह मान लिया था कि युवक अचेत हो गया है।तब तक इसकी जानकारी नहीं थी कि युवक जिंदा है या मर गया है।जैसे जैसे सूरज उगता गया, एनडीआरएफ की दूसरी टीम को भी बुलाया गया।

युवक को जिंदा बाहर निकालने के लिए एक तरफ तो बोरवेल से उसे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही थी और दूसरी तरफ सुबह बुलडोजर की मदद से पंपिंग रूम की दीवारों को तोड़कर बोरवेल के पास गड्ढा खोदना शुरू किया गया।इसके बाद रविवार सुबह दस बजे के करीब हाइड्रा की मदद से तेजी से गड्ढा खोदा जाने लगा।खोदाई करने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि टीम किसी भी कीमत पर युवक को जिंदा बाहर निकालना चाह रही थी।टीम मानकर चल रही थी कि अगर युवक को बोरवेल से निकाल लिया जाता है तो ठीक है, नहीं तो उसके पास 40 फीट का गड्ढा खोदकर उसे निकाला जाता।

40 फीट लंबा व 20 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका था, तभी करीब तीन बजे एनडीआरएफ की टीम को सफलता प्राप्त हुई व उन्होंने बोरवेल के अंदर लोहे के सरियो से बना खांचा डालकर उसे बाहर निकाल लिया।इस दौरान वह सांस नहीं ले रहा था।युवक के शरीर पर एक चोट का निशान भी था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार देर रात को विकासपुरी थाना पुलिस को जानकारी मिली थी कि जल बोर्ड के एसटीपी परिसर में बने बोरवेल में एक युवक गिर गया है।दमकल विभाग की टीम व एनडीआरएफ को मौके पर बुलाया गया।उसे बोरवेल से निकाल लिया गया, लेकिन वह मर चुका था।

उसकी उम्र 25 से 35 के बीच लग रही है।पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। दमकल अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात एक बजे उन्हें बोरवेल में एक व्यक्ति के गिरने की जानकारी मिली थी।दमकल विभाग की पांच गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।करीब तीन बजे युवक को बोरवेल से निकाला गया। युवक अंदर कैसे पहुंचा, पता लगाएगी पुलिस पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिस को जो काल की गई थी उसमें कालर ने बताया था कि युवक चोरी करने के इरादे से यहां पर घुसा था व बोरवेल में गिर गया।

एसे में पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि युवक आखिर किस लिए यहां पर आया था।क्या वह किसी सामान को चोरी करने के इरादे से यहां पर आया था या फिर प्लांट के किसी कर्मचारी ने उसे बुलाया था।इस बारे में पता लगाने के लिए जब कालर को काल किया गया तो उसका मोबाइल बंद आ रहा था। ऐसे में पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है।पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि युवक किसी चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए तो वहां पर नहीं पहुंचा था।आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर भी देखा जा रहा है।

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