लखनऊ:- बरेली में शोहदों की छेड़छाड़ का विरोध करने पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रही छात्रा के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संज्ञान लिया और परिजनों को पांच लाख की मदद देने की घोषणा की। बताते चलें कि बरेली में कोचिंग जाने के दौरान शोहदों ने छात्रा से छेड़छाड़ की विरोध करने पर उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। ट्रेन की चपेट में आने से छात्रा के पांव कट गए। उसे गंभीर हालत में जिला प्रशासन ने एक निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
वहीँ इस मामले में इंस्पेक्टर थाना सीबीगंज समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गए हैं। दो आरोपी भी पकड़े गए हैं। सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली युवती को कोचिंग आने जाने के दौरान कुछ युवक छेड़छाड़ करते थे। युवती के परिजनों ने कई बार आरोपियो से मना किया लेकिन वह नहीं माने। थाना पुलिस से भी शिकायत की मगर आरोपी लड़कों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस कार्रवाई न होने से शोहदों के हौसले और बुलंद हो गए और वह लगातार छेड़खानी करने लगे। परिजनों का आरोप है कि मंगलवार शाम युवती कोचिंग से घर लौट रही थी। इसी दौरान युवकों ने उसे रास्ते में रोक लिया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे। विरोध करने पर आरोपियो ने छात्रा को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया और इसी बीच पटरी पर आयी ट्रेन की चपेट में आने से छात्रा के पैर कट गए। छात्रा को गंभीर हालत में शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।