बाराबंकी। गांधी जी का सपना था कि प्राकृतिक चिकित्सा को घर घर तक पहुँचाया जाये जिसे पूर्ण करने के लिए आयुष मंत्रालय की मदद से इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन एवं केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा एक पहल की गई है। जिसका उद्देश्य 75 लाख लोगों को नेचुरोपैथी एवं योग से जोड़ना और प्राकृतिक एवं योगशैली को अपना कर समग्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उक्त विचार महाराणा प्रतापइण्टर कॉलेज में योग शिक्षक अंकित वर्मा ने प्रस्तुत किया।
इस मौके पर विद्यार्थी को स्वस्थ रखने के लिए मौसमी अनाज, अंकुरित अनाज, मौसमी फलों आदि का प्रयोग करने के साथ साथ जलवायुपरिवर्तन होने पर तुलसी, नीम ,हल्दी, काली मिर्च ,अजवाइन की चाय पीना एवं गर्म पानी से गलाला करने के लिए प्रेरित किया गया साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करना,ब्रह्ममुहूर्त में उठना, सूर्य नमस्कार ,मेडीटेशन ,कपालभारिती, संतुलित आहार का सेवन करने के लिए आग्रह किया गया।
इस अवसर पर अध्यापक प्रेम कुमार यादव, अनुराग यादव,अभिषेक वर्मा, विपिन यादव, अनिल सिंह, आराधना,अराध्या यादव,ममता वर्मा आदि उपस्थित रहे।