स्वावलंबी होने से महिलाओं का बढ़ता है स्वाभिमान और आत्मसम्मान

बलिया। स्वयं पर निर्भर यानी स्वलंबन नारी सशक्तिकरण की पहली सीढ़ी है। स्वालंबी होने से महिलाओं का स्वाभिमान और आत्मसम्मान बढ़ता है। महिला स्वालंबन का अर्थ केवल आर्थिक स्वावलंबन नहीं, बल्कि उनके जीवन के सभी क्षेत्रों में पहलुओं स्वतंत्रता से है। रसड़ा कोतवाली परिसर में मंगलवार को उदगम जन कल्याण संस्थान सिंगही द्वारा ग्रामीण अंचल की किशोरियों हेतु कानूनी जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी मो. फहीम कुरैशी ने यह बाते कहीं। उन्होंने किशोरियों को जागरूक करते हुए कहा कि वे विषम परिस्थितियों में वे अपने संयम व धैर्य पूर्वक काम लें और बेझिझक निर्भिक होकर हेल्पलाइन पर पुलिस को सूचित करें, उनकी हर हाल में मदद की जाएगी। संस्थान के निदेशक सुजीत कुमार ने संस्था के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किशोरियों को सुरक्षा की दृष्टिगत उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वह अपने जीवन में आने वाली हर चुनौती को बखूबी लड़ सकें। इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह सहित पुलिस के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। आभार सुजीत कुमार ने व्यक्त किया।

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