डॉक्टर ने बीपी बढ़ने का बहाना करके गर्भवती को निकाला ओटी से बाहर
बदायूं। जिला महिला अस्पताल की सरकारी ओटी में प्राइवेट आपरेशन होते हैं! यह सुनने में भले ही अटपटा लग रहा हो लेकिन है सौ फीसद सच। सरकारी फीस की रसीद नहीं दी जाती है लेकिन बिना सुविधा शुल्क के तो मरीज को हाथ तक नहीं लगाया जाता है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। यह बात किसी छुपी नहीं है और कई मामलों में डीएम से लेकर कमिश्नर तक शिकायतें भी हो चुकी हैं जिसके बावत चार स्टॉफ पर कार्रवाई भी हो चुकी है लेकिन कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। महिला अस्पताल में बिना रिश्वत दिए डिलीवरी नही होती है अगर कोई मरीज रुपए नही देता है तो उसके लिए सौ बहाने बना दिए जाते है और डाक्टर अपनी भाषा में समझा देते है मरीज लाचार हो जाता है परेशान होकर निजी अस्पतालों में डिलीवरी करता है ऐसा नहीं यह जिला महिला अस्पताल में ही होता है, जिले की पीएचसी,सीएचसी पर भी ऐसा हो रहा है।
शहर के मोहल्ला लालपुल पुलिस चौकी के पास सोनू मौर्य की पत्नी गुड़िया मौर्य को मंगलवार को महिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती किया था। सोनू मौर्य का आरोप है कि नशा वाले डाक्टर ने उसके हाथ में वीको लगा दिया और रुपए न देने पर बीपी बढ़ने का बहाना करके मेरी पत्नी से साथ अभद्र व्यवहार करते हुए डाक्टरों ने उसे ओटी से बाहर निकाल दिया और रुपए न देने पर आपरेशन नहीं किया गया।
डाक्टर शोभा अग्रवाल ने ऑपरेशन करने के लिए दो मरीज भर्ती किए थे जिसमें एक मरीज गायत्री के रुपए मिलने पर उसका ऑपरेशन कर दिया गुड़िया मौर्य का बीपी बढ़ने का बहाना करके उसे ओटी से बाहर कर दिया। जिस बात पर उनके परिजन भड़क गए जानकारी होने पर सीएमएस वहां पहुंच गए फिर उन्होंने डिलीवरी करने का आश्वासन दिया तब जाकर मामला शांत हुआ।
गुड़िया मौर्य के परिजनों ने कहा कि अगर मेरे मरीज का ऑपरेशन नही हुआ तो हम लोग जिलाधिकारी से शिकायत करेंगे। महिला अस्पताल में आला अफसरों की जांच के बाद भी डिलीवरी में गर्भवती महिलाओं से रुपए लेने का सिलसिला लगातार जारी है।जिला महिला अस्पताल के साथ साथ सीएचसी पर भी यही खेल हो रहा है और सुविधा शुल्क के बिना आपरेशन नहीं किए जाते हैं। कई मामलों में शिकायतें भी हुईं लेकिन कार्रवाई होने के बावजूद यह खेल बढ़ता जा रहा है और गर्भवती महिलाओं का शोषण हो रहा है।
सीएमएस डॉक्टर इंदुकांत वर्मा ने बताया कि गर्भवती महिला का बीपी बढ़ गया है अब उसे भर्ती कर दिया गया है और बीपी नार्मल होने की दवाई चल रही है बीपी नार्मल होने पर ही उसकी डिलीवरी कराई जाएगी।