रहीमाबाद थाना छेत्र में हुए हादसे सभी का इलाज जारी
निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ।
रहीमाबाद थाना क्षेत्र में गुरुवार रात टीकर गांव में मोड पर अचानक ट्रक आ जाने के कारण कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलटते हुए तालाब में जा गिरी। कार में सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं शुक्रवार को दो अन्य सड़क हादसे हुए जिसमें पांच लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों का उपचार चल रहा है।
रहीमाबाद थाना क्षेत्र के तिलन गांव निवासी परागी गौतम की बेटी की गुरुवार को शादी थी। उन्ही की बेटी की शादी में सामिल होने स्विफ्ट कार सवार ससपन की तरफ से आ रहे थे। रात करीब ग्यारह बजे टीकर गांव मोड़ के पास जैसे कार पहुंची तभी रहीमाबाद की तरफ से अचानक तेज रफ्तार ट्रक आ गया जिससे कार चालक पंकज हड़बड़ा गया और कार सड़क किनारे पलट कर तालाब में जा गिरी। कार में चालक सहित धर्मेंद्र पुत्र कल्लू निवासी तिलन, दिनेश पुत्र अंगनू निवासी गदोरा, कुपदीप निवासी आशू, सत्यम पुत्र रामजीवन निवासी महमदपुर थाना संडीला हरदोई थे। कार कई गोते खाते हुए पलटती चली गई सभी लोग कार के अंदर ही फंस गए। ग्रामीणों ने हादसा देखा तो वह लोग मौके पर तुरंत पहुंच गए। कार के अंदर फंसे सभी घायलों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए रहीमाबाद के एक हॉस्पिटल में भिजवा दिया।
हॉस्पिटल से रात में ही तीन गंभीर लोगों को इलाज के लिए परिजन लखनऊ लेकर चले गए वहीं शुक्रवार को अन्य दों को भी परिजन लखनऊ लेकर इलाज करा रहे हैं। वहीं शुक्रवार को करीब चार बजे अटेर गांव के पास दो बाइक सवारों की भिड़ंत हो गई जिसमें अनीपुर का अनुराग पुत्र प्रमिल गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे रहीमाबाद से एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज के लिए लखनऊ भेज दिया है। वहीं इसी हादसे में क्षेत्र के ईशू खेड़ा गांव के कमलेश का लड़का घायल हुआ है। तीसरा हादसा शुक्रवार को ही दो घंटे बाद अनीपुर गांव के सामने ही दो बाइक सवारों का हो गया। इस हादसे में अमित व उसकी पत्नी आकांक्षा वहीं दूसरा बाइक सवार रामदयाल निवासी गोपालपुर घायल हो गए। तीनों घायलों को रहीमाबाद के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इस संबंध में थाना अध्यक्ष रहीमाबाद अनुभव सिंह ने बताया कि कार से जो हादसा हुआ है उसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं शुक्रवार को जो दो बाइक हादसे हुए हैं उनकी जानकारी है। दोनो बाइक हादसों में मामूली चोटे आई थी जो निजी अस्पताल में इलाज करा कर वह लोग अपने-अपने घर चले गए।