लखनऊ। नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही गांधी परिवार से जुड़ी संपत्तियों की जांच में माल एवेन्यु में स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय नेहरू भवन शामिल नहीं हैं। इस इमारत को 1979 में कांग्रेस ने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मोहसिना किदवई के नाम पर राजस्व विभाग से नीलामी में खरीदा था। अभी तक इमारत उनके नाम पर ही है। इसलिए ईडी की तरफ से इस इमारत को जब्त करने के संबंध में कोई नोटिस भी नहीं भेजा गया है। इसकी पुष्टि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने की है। उन्होंने कहा कि इस इमारत के संबंध में ईडी की तरफ से फिलहाल कोई नोटिस नहीं भेजा गया है।
ईडी ने मंगलवार को गांधी परिवार से जुड़ी दिल्ली, मुंबई और लखनऊ की 752 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया है। कांग्रेस की इस इमारत पर 26 जुलाई 2017 में मनीष अग्रवाल द्वारा मालिकाना हक का दावा किया गया था। उन्होंने नगर निगम में आवेदन करके कहा था कि यह इमारत उनके दादा रामस्वरूप अग्रवाल की है। उन्होंने 1961 में इसे खरीदा था। निगम ने इसे लेकर कांग्रेस को नोटिस भी जारी किया था।
इस बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रशासन प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि यह इमारत मोहसिना किदवई के नाम पर है। 2017 में विवाद के बाद यह निर्णय लिया गया था कि जो भी प्रदेश अध्यक्ष रहेगा उसके नाम पर इमारत स्थानांतरित कर दी जाएगी। अभी अजय राय के नाम पर इसे स्थानांतरित करनेे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।