बाल दोमुंहे ही क्यों होते हैं, चार मुंहे या छह मुंहे क्यों नहीं?

लड़के हों या लड़कियां, युवक हों या युवतियां अपने बालों को लेकर सभी फिक्रमंद रहते हैं. खासतौर से जो बाल लंबे रखते हैं वो उनकी देखभाल में खुद भी बालों की तरह ही उलझे रहते हैं. कोशिश ये होती है कि खुद उलझें या न उलझें बाल स्मूद और हेल्दी होने चाहिए. ऐसे में बालों के आखिरी छोर पर स्पिल्ट एंड दिखता है तो टेंशन भी ज्यादा होने लगता है. स्प्लिट एंड इस बात का इशारा होते हैं कि आप जो भी देखभाल और पोषण बालों को दे रहे हैं वो अब उनके लिए नाकाफी है. ये स्प्लिट एंड्स बालों को खासा नुकसान पहुंचाते हैं और ग्रोथ पर असर डालते हैं. ऐसे ही बालों को दो मुंहा भी कहा जाता है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा कि बालों को दो मुंहा ही क्यों कहते हैं.
क्यों कहलाते हैं दो मुंहे बाल?
आपके बाल अगर नीचे के सिरे तक पहुंचते पहुंचते बहुत रफ हो रहे हैं और अनटाइडी दिख रहे हैं तो आखिरी सिरे पर गौर जरूर करें. हो सकता है कि आपके बालों के आखिरी सिरे पर एक ही बाल से दूसरा बाल उगा हुआ दिखाई दे. ऐसी ही बालों को दो मुंहे बाल कहा जाता है. वैसे तो एक बाल से बहुत सारे सिरे निकल सकते हैं. उसके बावजूद स्पिल्ट एंड वाले बालों को दो मुंहे बाल ही कहा जाता है. इसकी वजह ये है कि डैमेज हेयर में अधिकांश बाल ऐसे ही होते हैं जिसमें एक से दूसरा बाल निकलता है और दो मुंह दिखाई देते हैं. इसलिए इन्हें प्रचलित शब्द दो मुंहे के आधार पर दो मुंहे ही कहा जाने लगा.
क्यों होते हैं दो मुंहे बाल?
जब बाल डैमेज होते हैं और पोषण ठीक तरह से नहीं मिलता दो बाल नीचे से स्प्लिट हो जाते हैं. इसके बाद बालों को मिलने वाला पोषण दोनों सिरों में बंटने लगता है. ठीक से पोषण न मिल पाने से बाल कमजोर होते जाते हैं और पतले होकर टूटते जाते हैं. इसलिए बालों को दो मुंहे होने से बचाना जरूरी होता है. ज्यादा संख्या में बाल दो मुंहे हो जाएं तो उन्हें ट्रिम कराना ही बेस्ट ऑप्शन होता है.

Related Articles

Back to top button