बजरंगी की शिकायत पर लोनिवि ने भेजी नोटिस तो व्यापारियों ने बजरंगी को ही फंसाने की बनाई योजना

धन वसूली का आरोप मढ़ कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

केराकत जौनपुर। केराकत तहसील क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्त्ता बजरंग बहादुर सिंह के अतिक्रमण हटाने की मांग पर पीडब्ल्यूडी की सक्रियता से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया है। पीडबल्यूडी की नोटिस मिलने बौखलाये अतिक्रमणकारी सोमवार को एसडीएम केराकत के पास पहुंच गए और बजरंग बहादुर सिंह पर धन वसूली का फर्जी आरोप लगाकर ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने कहा है कि वे आरोपों की जांच कराएंगे और शिकायत फर्जी मिली तो शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। केराकत कोतवाली थाना क्षेत्र के जाखियां गांव निवासी बजरंगी सिंह ने लोक निर्माण विभाग से थानागद्दी बाजार में अतिक्रमण की शिकायत की है। जिस पर पीडबल्यूडी के अधिकारियों ने जांच के बाद अतिक्रमण कारियों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस भेज दिया था। नोटिस मिलने पर अतिक्रमणकारी बौखला गए और फर्जी आरोप लगा कर बजारंगी पर दबाव बनाने में जुट गए हैं।

इसी क्रम में थानागद्दी बाजार के कई लोग जो नोटिस मिलते ही दबाव बनाने के लिए सोमवार को केराकत तहसील मुख्यालय पहुंच गए और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने आरोपों की जांच कराने को कहा है। आरोप गलत मिलने पर शिकायत कर्ताओं पर कार्रवाई की जा सकती है।

पीडब्ल्यूडी ने दुकानदारों को दिया है नोटिस

केराकत तहसील क्षेत्र के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता बजरंग बहादुर सिंह की शिकायत पर केराकत कोतवाली क्षेत्र के थानागद्दी बाजार में शुक्रवार को पैमाइश के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने अवैध कब्जा जमाए सैकड़ों दुकानदारों को जमीन खाली करने के लिए नोटिस दिया है। इसके पूर्व में भी पीडब्ल्यूडी द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई की गई, लेकिन दुकानदारों ने उसे नजरअंदाज करके पुनः कब्जा बरकरार रखा। शुक्रवार को दोपहर आधा दर्जन से ज्यादा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने सड़क के बीच से दस मीटर दोनों तरफ निशान लगाया और सैकड़ों दुकानदारों को नोटिस दिया। चेताया कि एक सप्ताह के अंदर अतिक्रमण नहीं हटाया तो विभाग कार्रवाई करेगा। इस बाबत पीडब्ल्यूडी के जेई मंजूर आलम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की जमीन की पैमाइश की गई है। पैमाइश के बाद सैकड़ों दुकानदारों को नोटिस दिया गया है। जिसे खाली न किए जाने की दशा में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकारी जमीन पर कब्जा करना उचित नहीं कहा जा सकता है। नोटिस दिए जाने के बाद भी उसे खाली न किए जाने की दशा में कार्रवाई की जाएगी।

नोटिस मिलते ही बढ़ने लगी है बौखलाहट

लोनिवि की जमीन पर कब्जा जमाए हुए लोग अतिक्रमण को बढ़ावा देने के साथ-साथ आवागमन व्यवस्था में भी बाधक बने हुए हैं। जो लोनिवि की ओर से नोटिस मिलते ही विचलित हो उठे हैं वहीं दूसरी ओर बिचौलिए की भूमिका अदा करने वाले दलाल पर्दे के पीछे से आग में घी डालकर लोगों को उक्साने में लगे हुए हैं। सोमवार को एसडीएम केराकत के पास पहुंचे हुए लोगों को भी उसी का हिस्सा बताया जा रहा है। दूसरी तरफ सवाल उत्पन्न हो रहा है कि लोनिवि अभी तक क्यों उदासीन बना रहा है? एक तरफ सरकार से लेकर न्यायालय तक का सख़्त आदेश है कि सरकारी जमीन मसलन, तालाब,भीटा, रास्ता, चकमार्ग, इत्यादि पर कहीं भी अतिक्रमण नहीं होना चाहिए ऐसे में जब शिकायत दर्ज कराएं जाने पर विभाग एक्शन के मूड में नज़र आया है नोटिस जारी किया है तो इतना हंगामा क्यों?

दूसरी ओर आरटीआई कार्यकर्ता बजरंग बहादुर सिंह बजरंगी ने बताया है कि उनका किसी व्यक्ति विशेष से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का मुद्दा उठाया है, जिससे किसी को भी परेशानी नहीं होनी चाहिए। हां यह अलग बात है कि कुछ लोग हैं जो छद्दम रूप धारण किए हुए हैं जिनकी दलाली भरी नितियों और लोगों को पहले फंसाने फिर सुलझाने के नाम पर तो कभी अन्य के नाम पर धन उगाही की जाती है। जो सत्ता बदलने के बाद चोला भी बदल लेने में माहिर हैं जरूरत विचलित और परेशान हो उठे हैं। उन्होंने कहा है कि न्याय और जनसरोकार से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर वह पहले भी मुखर रहे हैं और आगे भी रहेंगे।

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