किसान आंदोलन का पहला दिन कैसा रहा

नई दिल्ली। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और कर्जमाफी को लेकर मंगलवार को किसान आंदोलन का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेट्स तोड़कर जब दिल्ली में घुसने का प्रयास किया तो सुरक्षा बालों ने ड्रोन की मदद से आंसू गैस के गोले दागे। वहीं दिल्ली-एनसीआर में धारा 144 लगा दी गई और राष्ट्रीय राजधानी के सभी बॉडर्स को सील कर दिया गया। तस्वीरों के माध्यम से जानिए कैसा रहा किसान आंदोलन का पहला दिन…

फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर दिल्ली में धरना-प्रदर्शन का एलान कर चुके किसान आखिर नहीं माने और उन्होंने मंगलवार को किसान आंदोलन का बिगुल फूंक दिया।

मंगलवार को करीब आठ घंटे तक शंभू बॉर्डर पर हुई हड़प के बाद शाम सात बजे किसानों ने बुधवार को दिल्ली कूच करने की घोषणा की है। पुलिस और किसानों के बीच आठ घंटे तक टकराव चलता रहा।

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वरिंग भी पहुचें राजपुरा के सिविल अस्पताल घायल किसानो का हाल-चाल पूछने। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे किसान भाइयों का शंभू बोर्डर पर खून बहाया गया, इतना बुरा हाल तो पाकिस्तान बोर्डर पर भी नहीं होता।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) व भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) की अगुवाई में पंजाब-हरियाणा के दाता सिंह वाला (खनौरी बार्डर) पर 1500 के करीब ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर पहुंचे किसानों व हरियाणा पुलिस बल के बीच जबरदस्त झड़प हुई।

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