मनरेगा में लूट की मिली छूट,प्रधान,सचिव व महिला मेट लगा रहें मजदूरों की फर्जी हाजिरी

  • जिम्मेदार अधिकारियों की नाक के नीचे किया जा रहा है मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार
  • बख्शी का तालाब विकास खंड के बराखेमपुर गांव का मामला

निष्पक्ष प्रतिदिन/बीकेटी, लखनऊ

योगी सरकार एक तरफ जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और जीरो टालरेंस की नीति पर काम करने की बात कर रही है,वहीं दूसरी तरफ बीकेटी ब्लाक के जिम्मेदार अधिकारियों के चलते केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना जमीनी धरातल पर उतरने से पहले ही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रही है। जिसके चलते जो वास्तविक मजदूर हैं, उनको काम मिलना मुश्किल हो गया है।ग्राम प्रधान,पंचायत सचिव व महिला मेट द्वारा मनरेगा पोर्टल पर मास्टर रोल में फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। जिन मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाईं जा रही है, वह मजदूर साइड पर नहीं रहते हैं,अन्य लोगों को खड़ा कर फोटो खींच अपलोड कर दिया जा रहा। इस तरह मनरेगा मजदूरों के हक पर डाका डाल जिम्मेदारों द्वारा मनरेगा मजदूरों को दर दर भटकने पर मजबूर किया जा रहा है।
मामला बीकेटी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बराखेमपुर का हैं। जहां पर मनरेगा योजना के अंतर्गत तालाब खुदाई का कार्य चल रहा है।यहां पर 11 मजदूरों की हाजिरी मस्टररोल में लगी हुई हैं, लेकिन मौके पर 8 मजदूर ही काम करते मिले। इससे साफ तौर से स्पष्ट होता है कि किस तरह मनरेगा योजना में जमीनी धरातल पर भ्रष्टाचार हो रहा है।ग्राम प्रधान,पंचायत सचिव व महिला मेट द्वारा फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन की लूट की जा रही है।ग्राम प्रधान,पंचायत सचिव व महिला मेट द्वारा इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।जमीन स्तर पर पड़ताल की गई, तो सूत्रों ने बताया कि बराखेमपुर गांव सहित विकासखंड क्षेत्र के विभिन्न गावों में मनरेगा योजना में हो रही भ्रष्टाचार की अगर जांच करवाई जाए तो कई परत दर परत खुलकर सामने आ सकती हैं। जो साइड पर कभी नहीं जाते हैं, उनके नाम से साइड पर कार्य करते हुए आनलाइन मास्टरोल में हाजिरी लगाई जा रही है। इससे साफ तौर से स्पष्ट होता है, कि बीकेटी विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में किस तरह मनरेगा योजना में जमीनी धरातल पर भ्रष्टाचार हो रहा है।इस तरह प्रधान,पंचायत सचिव व महिला मेट द्वारा फर्जी हाजिरी लगाकर अधिकारियों की मिलीभगत से जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है और सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सेवक द्वारा फर्जी मनरेगा मजदूर जो कभी काम पर नहीं आते उनकी हाजिरी लगाकर उनके खाते में पैसा भेज कर पैसा निकलवाकर ले लिया जाता है,ग्रामीणों का यह भी कहना है कि वास्तविक जो मजदूर हैं वह काम की तलाश में दर-दर भटकने पर मजबूर रहते हैं और उन्हें खाने के भी लाले पड़े रहते हैं। इस तरह मनरेगा योजना में मनरेगा मजदूरों के हक पर डाका डाल जिम्मेदार मलाई खा रहे हैं।

जिम्मेदार बोले
ग्राम प्रधान,सचिव व महिला मेट मनरेगा योजना में मास्टर रोल पर फर्जी हाजिरी नहीं लगाई जा सकती है।क्योंकि अब मनरेगा पोर्टल पर मजदूरों की हाजिरी के साथ साथ फोटो भी अपलोड करनी होती है।अगर बराखेमपुर गांव में ऐसा हो रहा है।तो मैं स्वयं मौके पर जांच कर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगें।
रामयश
एपीओ
मनरेगा विकासखंड बीकेटी

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