तेहरान। ईरान भारत सहित 33 नए देशों के विजिटर्स के लिए वीज़ा आवश्यकताओं को रद्द करेगा। इसका मतलब यह हुआ कि अब ईरान की यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यक्ता नहीं होगी।
ईरान की सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन और हस्तशिल्प मंत्री एजातुल्ला जर्गामी ने कहा, इस निर्णय का उद्देश्य पर्यटन आगमन को बढ़ावा देना और दुनिया भर के देशों से अधिक विजिटर्स को आकर्षित करना है।
ईरानोफोबिया को बेअसर करने में मिलेगी मदद
बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जर्गामी ने कहा कि इस फैसले का उद्देश्य पर्यटन आगमन को बढ़ावा देना और दुनिया भर के देशों से अधिक विजिटर्स को आकर्षित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास ईरानोफोबिया अभियानों को बेअसर कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास ईरानोफोबिया अभियानों को बेअसर कर सकते हैं।
इन देशों में भी भारतीय विजिटर्स को वीजा की जरूरत नहीं
बता दें कि हाल ही में मलेशिया, श्रीलंका और वियतनाम ने भारत के आगंतुकों के लिए वीजा आवश्यकताओं को माफ कर दिया है। भारत आउटबाउंड पर्यटन के लिए सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, हाल ही में मैकिन्से विश्लेषण के अनुसार 2022 में 13 मिलियन आउटबाउंड भारतीय पर्यटक आए हैं।
ईरान के नए वीजा-माफी कार्यक्रम के लिए स्वीकृत 33 देश इस प्रकार हैं:
भारत, रूसी, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, कतर, कुवैत, लेबनान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, ट्यूनीशिया, मॉरिटानिया, तंजानिया, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, सेशेल्स, इंडोनेशिया, दारुस्सलाम, जापान, सिंगापुर, कंबोडिया, मलेशिया, वियतनाम , ब्राज़ील, पेरू, क्यूबा, मेक्सिको, वेनेजुएला, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया, क्रोएशिया और बेलारूस शामिल है।
इससे पहले, ईरान के पास तुर्किये, अज़रबैजान गणराज्य, ओमान, चीन, आर्मेनिया, लेबनान और सीरिया के विजिटर्स के लिए वीजा छूट कार्यक्रम थे।
ईरान में विदेशी आगमन की बढ़ी संख्या
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चालू ईरानी वर्ष (21 मार्च को शुरू) के पहले आठ महीनों के दौरान ईरान में विदेशी आगमन की संख्या 4.4 मिलियन तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 48.5% की वृद्धि है।