मानक विहीन बन रहा पैंटून पुल निष्पक्ष जाँच की मांग
निष्पक्ष प्रतिदिन मछरेहटा /सीतापुर। धमेंद्र कुमार ( सागर )
मछरेहटा /सीतापुर।
पी डब्लू डी विभाग से मछरेहटा , खैराबाद क्षेत्र के बीच से निकली सरायन नदी पर हुसेनपुर घाट पर 6 माह से बनाए गए पैंटून पुल की ग्रामीणों द्वारा शिकायत किए जाने पर मंगल वार को जिला पंचायत सदस्य सुनीता चौधरी सैकड़ो ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गई और कहा कि ठेके दार के द्वारा पुल बनाए जाने में मानकों की अनदेखी की गई है इस बात को लेकर पी डब्लू डी के जिला अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार को फोन कर मौके पर आने को कहा कि आए देखे कि पुल निर्माण में मानकों से खिलवाड़ किया गया है वहीं अधिशाषी अभियन्ता ने कहा कि मंत्री जी के कार्यक्रम में हैं तुरन्त जे ई को भेज रहे हैं सुनीता चौधरी ने बताया कई बार धरना प्रदर्शन किया जिले के प्रशासन से लगाकर मुख्य मंत्री तक मांग की तब जनता के सुलभ आवागमन के लिए शासन से पैंटून पुल का तत्काल प्रस्ताव मंजूर कर निर्माण कार्य किया गया। जिसकी लागत लगभग 85.90 लाख रुपए सरकार ने स्वीकृत किया था। शासन ने तत्काल 68 लाख रुपए पुल निर्माण के लिए अवमुक्त किए गए थे।
बताते चले मछरेहटा ब्लाक के सेनपुर गढ़ी के उत्तर दिशा में निकली सरायन नदी पर हुसैन पुर घाट पर पुल बनाए जाने से एन एच 24 हाइवे बाराभारी से सीधा 3 किलो मीटर दूर ब्लाक मछरेहटा क्षेत्र में प्रवेश कर लगभग चालीस गांव के हजारों लोगों को प्रतिदिन खैराबाद सीतापुर कमलापुर लखनऊ आने जानें का मार्ग सुलभ होकर समय की बचत हुई ।
इस पुल के बनने से काफी दूरी कम हुई जिससे क्षेत्र की जनता मे खुशी की लहर दौड़ गई लेकिन वहीं ग्रामीणों में एक मानसिक भय जरूर बना हुआ है वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया और बताया कि पुल निर्माण में ठेकेदार के द्वारा लाखों कमाओ का खेल कर निर्माण में मानकों की धज्जी उड़ाई गई है जिससे किसी दिन कोई अनहोनी न हो जाए यह ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस पुल में काफी जर्जर किस्म के पटरे व दोनों छोरों पर बल्लियों का प्रयोग किया गया है । सदस्य जिला पंचायत सुनीता चौधरी सुबह से मौके पर बैठी रही तब जाकर दोपहर बाद जे ई परम हंस मौके पर आकर जानकारी दी कि यह पैंटून पुल है इसका प्रति वर्ष टेंडर निकाला जाएगा और प्रतिवर्ष इस पैंटून पुल का निर्माण किया जाएगा और बरसात के समय दो माह के लिए हटा लिया जाएगा और बरसात के बाद दुबारा इस पुल का निर्माण किया जाएगा इस पुल की क्षमता पचास कुंतल के भार के वाहन निकल सकते हैं । इसके बाद भी ग्रामीणो ने आरोप लगातें रहे कि इस पुल को सही तरीके से बनाया जाय अभी इसमें बहुत सारी कमियां है सभी ग्रामीणों की बात को मानते हुए जेई परमहंस ने ग्रामीणो को सही करानें का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर ग्रामीण मौके से हटे