गोरखपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर की इमरजेंसी में कर्मचारियों की मनमानी का एक और मामला सामने आया है। कुछ कर्मचारी रोगियों को छोड़कर इमरजेंसी के कम्प्यूटर पर आइपीएल का मैच देख रहे थे।
किसी ने इसका वीडियो बनाकर अधिकारियों को भेज दिया। इस मामले में कुछ कर्मचारियों को काम करने से रोका गया है। मामला कुछ दिन पहले का है।
एम्स की इमरजेंसी में रोगियों को भर्ती न करने, भर्ती करने के बाद संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए रेफर करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस बीच एक वीडियो एम्स के अधिकारियों के पास पहुंचा।
इस वीडियो में इमरजेंसी के कम्प्यूटर पर कुछ कर्मचारी आइपीएल का मैच देखते दिख रहे हैं। रोगियों को छोड़कर कर्मचारियों का पूरा ध्यान आइपीएल मैच पर था।
मामला सामने आया तो विवाद भी हुआ
मैच देखने का विरोध करने पर कर्मचारियों का वहां मौजूद दूसरे लोगों से विरोध हुआ। बहस इस स्तर पर पहुंच गई कि रात में डाक्टरों को आना पड़ा। डाक्टरों ने बात कर किसी तरह मामले को शांत कराया। इस मामले में चार महिला और एक पुरुष कर्मचारी पर कार्रवाई की गई है। हालांकि मामले को एम्स प्रशासन ने दबा लिया था। अब इसकी जानकारी सभी को हो गई है।
ड्रिप लगाने में छेद दी थी नस
एम्स की इमरजेंसी में पिछले दिनों 87 वर्षीय बुजुर्ग को ड्रिप लगाने में लापरवाही का मामला सामने आया था। बुजुर्ग की हाथ की नस में ड्रिप लगाने की इतनी बार कोशिश की गई कि खून से उनका कपड़ा भीग गया था।
स्वजन ने डाक्टरों व कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। यह भी कहा था कि यदि ड्रिप लगाने का भी तरीका नहीं पता है तो इमरजेंसी में ड्यूटी ही क्यों लगायी गई थी। मामला सामने आने के बाद भी एम्स प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।