नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक्यूआई स्तर लगातार खराब होता जा रहा है। कई इलाकों में अब भी एक्यूआई 400 के पार देखा जा रहा है। इस स्थिति के कारण लोगों को दमघोंटू हवा के बीच सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि, बीते शनिवार को प्रदूषण स्तर में थोड़ा सुधार देखा गया था।
मौसम विभाग की ओर से पहले ही चेतावनी दी गई थी कि 26 नवंबर को हालात खराब होने वाले हैं। हालांकि, इस बात की भी जानकारी दी गई है कि 27 नवंबर के बाद प्रदूषण स्तर में थोड़ी गिरावट देखी जाएगी। दिल्ली के अधिकतर इलाकों में एक्यूआई 400 के पार है। 26 नवंबर की सुबह 8 बजे तक दिल्ली का एक्यूआई 480 के पार चला गया था।
दिल्ली-एनसीआर में 400 के पार एक्यूआई
दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 470, आरके पुरम में 450, पंजाबी बाग में 430 और आईटीओ में 410 रहा। वहीं, इंदिरा गांधी एयरपोर्ट में 359, लोधी रोड में 298, रोहिणी में 422 और ओखला में एक्यूआई 396 दर्ज किया गया है।
दिल्ली के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत एनसीआर के सभी इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर है। दिल्ली से सटे नोएडा में 376, ग्रेटर नोएडा में 372, गाजियाबाद में 410, फरीदाबाद में 399 और गुरुग्राम में 315 एक्यूआई दर्ज हुआ है। इससे पहले शनिवार को धूप निकलने के बाद वायु गुणवत्ता (AQI) में थोड़ा सुधार देखा गया था, लेकिन यह अभी भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।
सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर
सबसे प्रदूषित शहरों में बिहार सबसे टॉप पर है। प्रदेश के सबसे ज्यादा शहरों का नाम टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है। मिले डेटा के मुताबिक, राजधानी पटना का AQI 837 दर्ज हुआ है। इसके बाद दिल्ली का 832, ग्रेटर नोएडा में 704, मुजफ्फरनगर में 564, नोएडा में 483, मेरठ में 417, सिवान में 417, बेगुसराय में 405, फरीदाबाद में 376 और बहादुरगढ़ में 353 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
क्या होता है AQI?
एक्यूआई हवा की गुणवत्ता आंकने का एक सूचकांक है, जिससे यह पता लगाया जाता है कि एक शहर की हवा कितनी प्रदूषित है। AQI के रेंज को बांटा गया है, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कहां-कैसी स्थिति है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।