![](https://nishpakshpratidin.com/wp-content/uploads/2023/11/download-1-2.jpg)
ई दिल्ली। डीयू से पीएचडी कर रहे छात्रों ने इन दिनों हंगामा मचा रखा है। शिक्षकों का दावा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग ने पीएचडी प्रोग्राम की फीस 10-20 प्रतिशत नहीं बल्कि 1100 प्रतिशत बढ़ा दी है। डीयू के अंग्रेजी विभाग ने अपने पीएचडी कोर्सों की फीस पिछले साल के 1932 रुपये से 1100 प्रतिशत बढ़ाकर 23,968 रुपये कर दी है। शिक्षकों के मुताबिक, दिल्ली यूनिवर्सिटी के अन्य सभी स्ट्रीम में पीएचडी प्रोग्राम की फीस करीब 4400 रुपये है। पीएचडी कोर्स की बढ़ी हुई फीस का छात्र लगातार विरोध कर रहे हैं।
स्टूडेंट फेडरेशन का विरोध
विश्वविद्यालय के एसएफआई ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा है कि इससे छात्रों की “गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तक पहुंच” प्रभावित होगी। एसएफआई ने अपने एक बयान में कहा, “हम डीयू में फीस वृद्धि का कड़ा विरोध करते हैं। यह सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित शिक्षा संस्थानों पर एक ज़बरदस्त हमला है… यह कदम अवसरों को सीमित करता है और छात्रों और उनके परिवारों पर वित्तीय तनाव बढ़ाता है।”
भुगतान के लिए मिले एक दिन
डीयू के इस कदम का विरोध करने के साथ छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने छात्रों को फीस भरने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया. इसमें कहा गया, “छात्रों को एक दिन की समय सीमा के भीतर राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया था।” विश्वविद्यालय के शिक्षकों और एसएफआई ने फीस वृद्धि को वापस लेने की मांग की है।
पिछले साल की फीस
दिल्ली यूनिवर्सिटी में पिछले साल तक पीएचडी कोर्स करने की फीस 1932 रुपये थी, जिसमें 1100 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। और अब छात्रों को डीयू से पीएचडी करने के लिए 23,968 रुपये का भुगतान करना होगा।