मॉकड्रिल कर दंगाइयों से निपटते दिखी उन्नाव पुलिस

दोनों तरफ से हुई फायरिंग, छोड़े आंसू गैस के गोले

उन्नाव। सायरन की आवाज के साथ कई गाड़ी आकर रुकीं वर्दीधारी जवान बाडी प्रोटेक्टर और आधुनिक हथियारों से लैस नीचे उतरे। पुलिस अधिकारियों ने माइक थाम एनाउंस किया, घबराओं नहीं पुलिस पहुंच गई। आप लोग घरों के अंदर चले जाएं। इसी के साथ आंसू गैस गोला दगने लगे। अचानक यह आवाजें और फायर की आवाज सुन आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए और जब उन्हें पता चला कोई खास बात नहीं है पुलिस का मॉकड्रिल है तब राहत की सांस मिली।

यह दृश्य था रविवार को बलवा के दौरान बलवाइयों से निपटने के लिए किए गए पुलिस रिहर्सल का। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने रविवार को चांदमारी बट में पुलिस ने दंगाइयों से निपटने के लिए दंगाभ्यास किया। इसी के बाद बलवाइयों से निपटने के लिए पुलिस कितना तैयार है इसका अभ्यास कराया स्वयं जायजा लेते रहे। जहां कहीं पुलिस से कोई चूक होती एसपी सुधार का आदेश देते रहे । बलवाइयों को खदेड़ने से लेकर घायलों को अस्पताल ले जाने और बलवाइयों की गिरफ्तारी करके पुलिस जवानों ने क्षमता का प्रदर्शन किया।

इस दौरान जनपद के सभी सीओ, थाना प्रभारीगण, प्रतिसार निरीक्षक रिजर्व पुलिस लाइन मय पुलिस बल द्वारा विधि विरुद्ध भीड़ को तितर बितर करने के लिये रबर बुलेट गन, लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले एंटी राइट गन, टियर गैस गन, हैंड ग्रेनेड आदि शस्त्रों के संबन्ध जानकारी साझा करते हुए बलवा ड्रिल का अभ्यास किया गया। साथ ही समस्त सर्किल के पुलिसकर्मियों को एसपी, एएसपी, सीओ, द्वारा दंगाइयों बलवाइयों पर एंटी राइट गन, टियर गैस गन, हैंड ग्रेनेड, टियर स्मोक सेल, नेट आदि के प्रयोगों के समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत कराया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का इन परिस्थितियों में किस प्रकार प्रयोग करना है इसकी भी जानकारी दी गई ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में इन तरीकों से ऐसी परिस्थितियों का अच्छे से सामना किया जा सके। दंगा बलवा नयंत्रण ड्रिल में करीब 350 पुलिसकर्मियों द्वारा भाग लिया गया।

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