यूनिसेफ की टीम ने बच्चों से संवाद कर, स्वास्थ्य सेवाओं की जानी हकीकत

मसौली, बाराबंकी। बुद्धवार को ब्लॉक मसौली के ग्राम पंचायत चिलौकी का यूनिसेफ की वैशिवक कार्यकारी निदेशक सुश्री कैथरीन रसेल ने अपने प्रतिनिधियों के साथ विकास कार्यो के साथ परिषदीय विद्यालय में गठित बालसभा के बच्चों से संवाद स्थापित कर यूनिसेफ के सदस्यों ने स्वास्थ्य, स्वच्छता व शिक्षा के स्तर का निरीक्षण किया। आशा संगिनी सुनीता वर्मा एवं आशा बहू ललिता श्रीवास्तव के साथ यूनिसेफ हेड कैथरीन रसेल ने ज्योति पत्नी अनुरुद्ध के घर पहुंची। जहां 42 दिन के बच्चे आयांश के रखरखाव के साथ साथ बच्चे का वजन व थर्मामीटर से तापमान लिया। इसके आलावा हरिश्चंद्र की पत्नी कुसुम से मिल कर 9 माह की पुत्री यासिता के टीकाकरण की जानकारी ली। टीम के सदस्यों ने दोनों महिलाओं से सरकार से मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी ली।इस दौरान उन्होंने योजनाओं से कैसे समाज के तीनों वर्गों में बचपन, युवा वयस्क, और वृद्ध वयस्कों तक पहुंचाया जा रहा है और कैसे स्कूलों में स्वयंसेवकों द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता पैदा की जा रही है और समुदाय में उनके योगदान पर चर्चा की। वैशिवक कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने लड़कियों के साथ संवाद कर मासिक धर्म संबंधी साफ-सफाई की जानकारी ली तथा उन महिलाओं से भी मिलीं जो बाल विवाह को खत्म करने एवं महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने का काम रही हैं। कम्पोजिट विद्यालय चिलौकी के छात्र छात्राओं एव गाँव के सभी वार्डो से गठित बालसभा सदस्यों से संवाद किया। बच्चों से मन लगाकर पढ़ाई करने की अपील करते हुए कहा कि बीस साल बाद यह बाल सभा संसद मे होनी चाहिए । बाल सभा की सदस्या कु. खुशी ने गाँव मे खेल मैदान की मांग की। छात्रा सौम्या ने टीम के सदस्यों का स्वागत करते हुए गाँव आने का उद्देश्य पूछा टीम के सदस्यों ने बताया कि उदेश्य शिशुओं, बच्चों व युवा कार्यक्रमों पर केंद्रित है।यूनिसेफ के सदस्यों साथ बच्चों ने सेल्फ़ी भी ली जिसको लेकर टीम के सदस्य उत्साहित नजर आए।इससे पूर्व टीम मे शामिल सदस्यों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सफदरगंज मे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए किए गए उपायों के बारे में पूछताछ की तथा स्टाफ से गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष तक के बच्चों को दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार के बारे में पूछा। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली पोषण किट, प्रसव के बाद महिलाओं के लिए केसीआर किट और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन के बारे में बताया। टीम के सदस्यों ने गांव की साफ सफाई पर ग्राम प्रधान सोमनाथ राजपूत, सफाई कर्मचारी सचिन व विजय कुमार की प्रशंसा की।इस मौक़े पर भारत की यूनिसेफ की हेड सिंथिया मैककैफ्रे , उत्तर प्रदेश प्रमुख जकारी एडम, डा. कनुप्रिया सिंघल, रवीश कुमार, सलाहकार निपुण गुप्ता पियूष एन्थोनी, स्टेट समन्वयक सुशील कुमार पाण्डेय, जिला समन्वयक उधव सिंह, सहायक विकास अधिकारी पंचायत जानकीराम, सीडीपीओ सुलेखा यादव, ग्राम प्रधान सोमनाथ राजपूत, पंचायत सचिव कमलेश कुमार, मो. आकिब जमाल, जैसराम , महेश प्रताप सिंह, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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