एक हवलदार तो दूसरा बिजनेसमैन का बेटा
जयबिन्द ब आफताब का आईपीएस में होगा चयन
जयबिन्द कुसौरा तो आफताब गोठहुली के है निवासी
बलिया। संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। जिसमें लिस्ट में 1016 उम्मीदवारों ने जगह बनाई है, उसमें उत्तर प्रदेश के जनपद बलिया के कुसौरा गांव निवासी जयबिन्द कुमार गुप्ता और ईश्वरपुरा गोठहुली के आफताब भी शामिल है। जिन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण कर जिले का नाम रोशन किया है।
आपको बता दे कि आईआईटी मुम्बई से भू-विज्ञान से एमएससी करने वाले जयबिन्द का चयन बतौर आईपीएस हुआ है। इनके पिता जयराम गुप्ता आसाम पुलिस में हवलदार है, जबकि मां मीरा गुप्ता गृहणी है। जयबिन्द की सफलता से घर-परिवार और रिश्तेदार सहित चहुंओर खुशी की लहर है। जयबिन्द ने सनबीम वाराणसी से इंटरमीडिएट तथा बीएचयू वाराणसी से बीएससी किया है। इसके बाद जयबिन्द ने आईआईटी मुम्बई से भू-विज्ञान से एमएससी किया। हालांकि5 उसका रूझान हमेशा सिविल सेवा की ओर रहा। इसी को लक्ष्य मानकर जयबिन्द ने तैयारी की और उन्हें सफलता भी मिल गई। तीन भाई व एक बहन में जयबिन्द सबसे छोटे है। जयबिन्द का लक्ष्य आईपीएस ही था। जिसे उन्होंने दूसरे प्रयास में प्राप्त कर लिया। उन्होंने परीक्षार्थियों को बताया कि कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता, जरूरी है उसके प्रति ईमानदारी की। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि आप सफल होना चाहते हैं तो आपको स्वयं के प्रति ईमानदार रहना होगा। उधर, जिला मुख्यालय से सटे ईश्वरपुरा (गोठहुली) निवासी आफताब आलम पुत्र मकबूल अंसारी ने कड़ी मेहनत के बल पर परिवार के साथ पूरे जनपद का नाम रोशन किया है। इनका सूची में 512वी रैंक है। इन्हें आईपीएस कोर मिलने की सम्भावना है।
आफताब इस कामयाबी के पीछे अपने पिता मकबूल अंसारी, माता शकीला खातून एवं भाई मोहम्मद महताब आलम को श्रेय दिया है। कहाकि आज आप सबके सपोर्ट के चलते इस कामयाबी को हासिल कर पाया हूं। इनके पिता पेशे से बिजनेसमैन है। इनकी चित्तू पांडेय के पास ओवरब्रिज के नीचे बाइक के स्पेयर पार्ट्स की दुकान है। आफताब ने बताया कि वह आठवीं तक की शिक्षा सेंट थॉमस स्कूल बलिया में ग्रहण किया। इसके बाद हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से प्राप्त किया। जबकि इंदौर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग आईआईटी किया है। वही यूपीएससी की तैयारी जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली से किया। बताया कि उसने यह मुकाम दूसरे राउंड में हासिल किया है। उन्होंने परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं सभी परीक्षार्थियों से अपील किया कि कोई भी मुकाम हासिल करना कठिन नहीं होता है। वश अर्जुन की भांति मछली की आंख को ध्यान में रखना होगा। हताश व निराश होने के बजाय अपने दृढ़इच्छा शक्ति को जगाकर अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करें। मंजिल खुद ही आपकी कदम चूमेगी।