महमूदाबाद , सीतापुर ।
जनपद सीतापुर के महमूदाबाद में नगर पालिका परिषद द्वारा नगर से निकलने वाले कूड़े को रिकवर करने के लिए कुछ वर्ष पूर्व में मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर को बनवाया गया था। उस केंद्र के लिए सम्बन्धित मशीन भी खरीदी गई। लेकिन पिछले तीन वर्षों से खरीदी गई मशीन लगातार जंग खा रही है। और नगर पालिका परिषद महमूदाबाद द्वारा कूड़े को रोड के किनारे एकत्रित करके उसमें आग लगा दी जाती है। जिससे व्यापक पैमाने पर प्रदूषण जैसी स्थितियां पैदा होती है। ऐसा सूत्रों का कहना है।जबकि उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा पराली जलाने को अपराध की श्रेणी में रखा गया है। राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर गाइडलाइंस भी जारी की जाती है। सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन अनुसार खेतों में पराली जलाना अपराध की श्रेणी में आयेगा। जिससे किसानों को भारी जुर्माना देना होगा। गौरतलब करने वाली बात यह है कि राज्य सरकार किसानों द्वारा पराली जलाने पर तो जुर्माना लगा रही है लेकिन राज्य सरकार के अधीन नगर पालिका परिषद महमूदाबाद नगर क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े के ढेरों में आग लगी दिखाई देती है क्या इस पर भी सरकार जुर्माना लगाएगी या फिर इसी तरह सरकार के गाइडलाइंस की धज्जिया उड़ती रहेगी । नगर पालिका परिषद महमूदाबाद में अब देखना यह है कि सरकार की गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाने वाली नगर पालिका परिषद पर क्या कार्रवाई सम्बन्धित अधिकारियों के द्वारा की जायेगी।
इनसेट :
महमूदाबाद नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी से जब उक्त प्रकरण को लेकर फोन से बात की गई तो अधिशासी अधिकारी शैलेन्द्र दुबे द्वारा फोन पर बताया गया कि कभी कभी कूड़े में आग स्वयं ही लग जाती है कोई भी कूड़े के ढेर में आग लगता नही है।