नाट्य रूपांतरण के जरिए बच्चों को सर्पदंश से बचाने की कोशिश

बालाजी के बचपन स्कूल की शिक्षिकाओं ने बच्चों को किया जागरूक

बाराबंकी। बालाजी के बचपन स्कूल में सर्पदंश से बचाव के लिए एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ प्राची उमराव रही। सर्वप्रथम बालाजी ग्रुप आफ स्कूल के डायरेक्टर अंकुर माथुर ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात बचपन स्कूल की शिक्षिकाओं ने बच्चों के समक्ष सर्वदंश के बचाव और जागरूकता पर केंद्रित लघु नाट्य प्रस्तुत किया। नाट्य रूपांतरण के माध्यम से उन्होंने बताया कि सांप काटने के बाद प्राथमिक उपचार के लिए लोगों को क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए, जिससे मरीज की जान समय से बचाई जा सके। यह जागरूकता अभियान कार्यक्रम अपर जिलाधिकारी के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है।

इस अवसर पर बच्चों को यह भी बताया गया कि सर्प हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण है। ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करने से लोगों में जागरूकता फैलती है कि इंसानों के साथ-साथ सांपों को भी कैसे बचाया जाए एवं पर्यावरण की सुरक्षा की जाए। तत्पश्चात जिला आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ प्राची उमराव ने बच्चों को संबोधित किया। उन्होंने बताया की सर्पों से डरना नहीं चाहिए। उनको देखकर घबराना नहीं चाहिए और यदि किसी कारणवश किसी को किसी सांप ने काट लिया है तो उसे प्राथमिक उपचार देना चाहिए। उन्होंने बालाजी ग्रुप आफ स्कूल की सारी अध्यापिकाओं को धन्यवाद दिया और उनकी सराहना की। इस अवसर पर बालाजी अकादमी की प्रिंसिपल अना खान, बालाजी के बचपन स्कूल की उप प्रधानाचार्य श्रीमती अल्पना कौर, सानिया, सना, झील, नम्रता, आकांक्षा, शगुन, रिती, सादिका, शिवानी, खुशी, रिचा, नबीला आदि शिक्षिकाएं और छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।

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