वाराणसी। नवशहरी वार्डों में सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है। इसके लिए नगर निगम और न ही जल निगम कोई प्रयास कर रहा है। इस क्रम में मंडुवाडीह थाने के बगल से ऋषि मांडवी तालाब जाने वाले मार्ग पर पूर्वांचल विकास निधि से सीवर पाइप लाइन बिछाने का कार्य कराया जा रहा है।
वहीं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (आरईएस) के ठेकेदार सड़क के सतह पर ही सीवर पाइप लाइन बिछा रहे हैं। इसे लेकर क्षेत्रीय लोगों में रोष है। क्षेत्रीय पार्षद के विरोध पर फिलहाल आरईएस विभाग ने सीवर पाइप लाइन बिछाने का कार्य रोक दिया है।
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि पर्यटन विभाग करीब 1.40 करोड़ रुपये की लागत से ऐतिहासिक ऋषि मांडवी तालाब का सुंदरीकरण करा रहा है। तालाब के पास काशी खंड में वर्णित प्राचीन गणेश मंदिर का जीर्णोद्धार भी करा रहा है। विभाग ने आसपास के घरों का पानी तालाब में जाने से रोक दिया।
पानी निकासी के लिए गणेश मंदिर तक सीवर पाइप लाइन बिछा दी। गणेश मंदिर के आगे पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते सोनकर बस्ती के मार्ग पर पूरे साल पानी लगा रहता है। इसे देखते हुए तत्कालीन एमएलसी अशोक धवन के कोटे से गणेश मंदिर से राजेंद्र सोनकर के घर तक सीवर लाइन व पटरी मरम्मत का कार्य पास हुआ है।
पूर्वांचल विकास निधि से यह कार्य आरईएस को सौंपा गया है। वहीं आरईएस मनमाने तरीके से सीवर का पाइप बगैर सड़क खोदे ऊपर ही बिछा रहा है। इससे जहां सड़क सिकुड़ गई है। वहीं वाहनों के आवागमन से पाइप टूटने का खतरा है।
क्षेत्रीय नागरिकों ने कहा कि आरईएस सीवर पाइप लाइन के नाम पर कोरम पूरा कर रहा है। सड़क की सतह से सीवर का पाइप लाइन बिछाने से घरों का पानी बैक घरों में ही फेंकेगा। ऐसे में जिसके लिए सीवर पाइप लाइन बिछाई जा रही है। उसे नहीं मिलेगा। यह सरकारी धन का दुरुपयोग है।