अवैध नर्सिंगहोम में होता मिला मरीजों का इलाज

उन्नाव। एसडीएम और एसीएमओ ने नगर के तीन नर्सिंगहोम का निरीक्षण किया। एक का संचालक पहले ही ताला लगाकर भाग गया। दो का पंजीकरण नहीं मिला। एक में दो और एक में एक मरीज भर्ती मिला। तीनों को सीएचसी में भर्ती कराकर नर्सिंहोम पर ताला लगा दिया।

एसडीएम रनवीर सिंह और निजी अस्पताल के नोडल एसीएमओ डॉ. नरेंद्र सिंह ने मंगलवार को नगर में संचालित उन्नत हॉस्पिटल पहुंचे। प्रबंधन पंजीकरण संबंधी कागज नहीं दिखा पाया। यहां डॉक्टरों की सूची न मिलने के साथ प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं मिला। उसके बाद भी एक मरीज का इलाज चल रहा था। उसके बाद टीम न्यू चरक हॉस्पिटल पहुंची। वहां भी पंजीकरण न मिलने के साथ संचालक अभिलेख नहीं दिखा पाए।

डॉक्टर और प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं मिला। यहां प्रसव कराने वाली मुक्तेमऊ की सोनम (24) भर्ती मिलीं। परिजनों ने बताया कि 16 जून को उन्होंने भर्ती कराया था। 17 जून को ऑपरेशन कर प्रसव कराया था। उसने बेटी को जन्म दिया था। दूसरी मरीज निहालखेडा की नीलम देवी (23) भर्ती मिलीं। उन्हें भी 15 जून को परिजनों ने प्रसव के लिए भर्ती कराया था। उसने भी बच्ची को जन्म दिया था। तीनों मरीजों को एंबुलेंस से स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। संचालकों के सामाने से तत्काल नर्सिंगहोम बंद करा दिए गए। उसके बाद टीम लाइफ लाइन अस्पताल पहुंची। वह पहले से बंद मिला।
एसडीएम रनवीर सिंह ने बताया कि दो निजी अस्पतालों का पंजीकरण न मिलने पर बंद कराया गया है। मरीजों को सीएचसी भेजा गया। दोबारा संचालन न करने की चेतावनी दी गई।

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