अयोध्या। श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित संख्या शासन-प्रशासन के लिए लगातार चुनौती बनी हुई है। दर्शनार्थियों के इसी उत्साह और उल्लास के कारण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को नियमों में बदलाव कर दर्शन अवधि को बढ़ा कर शाम सात से रात 10 बजे तक करना पड़ा, जबकि आम दिनों (प्राण प्रतिष्ठा से पहले) में शाम सात बजे मंदिर बंद हो जाता था।
श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए होल्डिंग एरिया
वहीं, दूसरे दिन तीन लाख भक्तों ने रामलला के दर्शन किए। वहीं मंगलवार को राम मंदिर को 3.17 करोड़ रुपये भक्तों से दान स्वरूप मिले। भीड़ प्रबंधन के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ एवं उनकी टीम के सहयोग में पीएमओ से भी अधिकारी भेजे गए थे।
रामजन्मभूमि के कंट्रोल रूम में हुई सीएम की बैठक के बाद कुछ नई व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए चार होल्डिंग एरिया बना दिए गए हैं। यहां से 150-200 की संख्या में श्रद्धालुओं का जत्था मंदिर की ओर रवाना किया जा रहा है।
बढ़ाई सुरक्षा कर्मियों की संख्या गई
बैरियरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। रामनगरी के प्रवेश बिंदुओं एवं भीड़ पर नजर रखने एवं डिजिटल डाटा तैयार करने के लिए विशेष सर्विलांस कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत क्रियान्वित कर दिया गया है।
सुरक्षा कर्मियों की संख्या तीन से बढ़ा कर पांच हजार कर दी गई है, जिसमें एक हजार से अधिक अर्द्ध सैनिक बल के जवान हैं। बुधवार को दर्शन के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में उमड़े, लेकिन व्यवस्था मंगलवार की अपेक्षा ठीक रही।
श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण व्यवस्थाओं में किया परिवर्तन
इस बीच गर्भगृह के पट रामलला की आरती एवं भोग के नियमित कार्यक्रम के लिए ही बंद हो रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़े श्रद्धालुओं के कारण तमाम व्यवस्थाओं में परिवर्तन कर दिया गया है। यहां आ रही बसों का प्रबंधन भी ठीक किया गया है।
एक दिन में तीन करोड़ 17 लाख का निधि समर्पण
भक्तों का निधि समर्पण भी चरम पर है। ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्र के अनुसार एक दिन में ही भक्तों ने रामलला को तीन करोड़ 17 लाख रुपये समर्पित किए। इस राशि में दर्शनार्थियों के अतिरिक्त देश-विदेश के भक्तों की ओर से ट्रस्ट के खाते में ऑन लाइन समर्पण भी शामिल है।
मंगलवार को रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या पांच लाख तक जा पहुंची। श्रद्धालुओं के अपार ज्वार को देखते हुए ट्रस्ट की ओर से मंदिर परिसर में 10 दान काउंटर खोले गए थे।
अतिरिक्त बसों का संचालन
अयोध्या डिपो की 140 बसों को पूर्व की भांति विभिन्न रूटों पर संचालित किया जा रहा है। हालांकि इनमें 45 प्रतिशत बसें पुलिस ड्यूटी में लगी हैं। परिवहन निगम ने साकेत ओवरब्रिज के नीचे से और नाका प्वाइंट से 200 अतिरिक्त बसों का संचालन बस्ती, गोरखपुर, गोंडा, सुलतानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़ रूट पर शुरू करा दिया है।