गुवाहटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य में विभिन्न संगठनों के कुल 8,756 उग्रवादियों का पुनर्वास किया गया। ये सभी अब मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।
सीएम सरमा ने एक्स (ट्विटर) पोस्ट करते कहा कि इनमें से सर्वाधिक 4,203 कैडर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोरोलैंड (एनडीएफबी) के हैं। इसके बाद विभिन्न कार्बी उग्रवादी संगठनों के 1,926 सदस्य और कई आदिवासी समूहों के 1,182 लोग शामिल हैं। सीएम सरमा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर बड़ी संख्या में उग्रवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है और नया असम बनाने में हमारी मदद करने का फैसला लिया है।
ये सभी लोग समर्पण सह पुनर्वास नीति और स्वावलंबन योजना के तहत कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त कर अब एक सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।’ स्वावलंबन केंद्र सरकार की एक सह-अंशदायी पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के लोगों को अपनी सेवानिवृत्ति के लिए स्वेच्छा से बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है।