तंबाकू और धूम्रपान है जानलेवा, एक साल में मिले इतने कैंसर के मरीज…

उरई। तंबाकू और ध्रूमपान करने से न सिर्फ कैंसर होता है, बल्कि कई अन्य प्रकार के गंभीर रोग हो जाते हैं। इसके बावजूद लोग तंबाकू और ध्रूमपान की लत नहीं छोड़ रहे हैं। जिला अस्पताल में खुले जिला स्तरीय तंबाकू नियंत्रण इकाई में आने वाले मरीजों अधिकांश गुटका और खैनी का सेवन करने वाले होते हैं। पिछले एक साल में दंत रोग विभाग की ओपीडी में आए 55 मरीज में कैंसर के लक्षण मिले, जबकि 21 में कैंसर की संभावना पर बायोप्सी के लिए उच्च संस्थान के लिए रेफर किया गया।

दंत रोग विभाग के चिकित्सक डॉ. प्रमोद कुमार का कहना है कि महीने में करीब एक हजार मरीज दांत दिखाने ओपीडी में पहुंचते है। इसमें पांच से सात मरीज कैंसर के लक्षण वाले पाए जाते हैं। इसमें अधिकांश गुटका और तंबाकू के सेवन से कैंसर वाले होते हैं। जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई के सलाहकार महेश कुमार का कहना है कि पिछले दो सालों में एक अप्रैल 2022 से अब तक तंबाकू नियंत्रण इकाई में 920 लोग काउंसलिंग के लिए पहुंचे। इसमें 608 पुुरुष, 300 महिलाएं और 18 साल से कम आयु के 12 मरीज थे। इसमें 137 पुरुष, 51 महिलाओं समेत 188 लोगों ने अपनी लत छोड़ दी। तंबाकू और ध्रूमपान की लत छुड़वाने के लिए जिला अस्पताल में काउंसलिंग के लिए अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जागरुकता अभियान चलाया जाता है।

तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ अरविंद भूषण का कहना है कि तंबाकू और ध्रूमपान का सेवन खुद और सामने वाले दोनों के लिए हानिकारक होता है। नशाखोरी स्वास्थ्य के साथ आर्थिक रुप से भी नुकसानदेह होती है। तंबाकू की लत छुड़ाने के लिए जिला अस्पताल के अलावा टोलफ्री नंबर 1800112356 पर कॉल की जा सकती है।

जिले में नहीं है कैंसर के इलाज की सुविधा
जिले में कैंसर के इलाज की कोई सुविधा नहीं है। यहां पर लक्षण वाले मरीजों को झांसी, कानपुर, ग्वालियर, लखनऊ और मुंबई के लिए रेफर किया जाता है। जिले में सभी लक्षण वाले मरीजों की खोज होती है। सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा का कहना है कि उप केंद्र स्तर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) के माध्यम से भी कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है।

ध्रूमपान निषेध की शपथ दिलाई
उरई।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को ध्रूमपान निषेध दिवस पर ध्रूमपान निषेध की शपथ दिलाई गई। सीएमओ कार्यालय, जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यक्रम हुए। सीएमओ डॉ.एनडी शर्मा ने कार्यालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को तंबाकू और धूम्रपान निषेध की शपथ दिलाई। कहा कि धूम्रपान एक ऐसी आदत है जो हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचती है। धूम्रपान की आदत से छुटकारा दिलाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं जोखिम के बारे में अपने आसपास रहने वालों को जागरूकता प्रदान करें। जिला सलाहकार तृप्ति यादव, काउंसलर महेश कुमार ने भी जानकारी दी। इसके अलावा उप कृषि निदेशक कार्यालय में भी कार्यक्रम हुआ। इस दौरान एसके उत्तम, राजेंद्र सिंह भदौरिया, सुनीता, सत्यवती, शकुंतला, रचना, दिनेश सिंह आदि मौजूद रहे।

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