जंग के बीच गाजा के अल-शिफा अस्पताल से भागे हजारों लोग

गाजा पट्टी। इजरायल-हमास हमले के बीच गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल से हजारों लोग भाग गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि बिजली की कमी के कारण मरने के जोखिम वाले दर्जनों शिशुओं सहित सैकड़ों मरीज अंदर ही फंसे हुए है।

इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने अपने जनरेटरों को बिजली देने में मदद के लिए अस्पताल के पास 300 लीटर (79 गैलन) ईंधन रखा था, लेकिन हमास के आतंकवादियों ने कर्मचारियों को वहां तक पहुंचने से रोक दिया।

हमास शासित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसका खंडन किया और कहा कि ईंधन की इतनी मात्रा से महज एक घंटे से भी कम बिजली मिलेगी।

कई फलिस्तीनियों ने छोड़ा घर
बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए अचानक हमले पर इजरायल जवाबी कार्रवाई कर रहा है, जिसके तहत अब तक गाजा के 23 लाख फलिस्तीनी निवासियों में से दो-तिहाई को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है।

इजरायल ने कहा कि अस्पताल हमास द्वारा मानव ढाल के कथित उपयोग का प्रमुख उदाहरण है। इजरायल ने बिना किसी सबूत के दावा किया है कि आतंकवादियों के पास चिकित्सा परिसर के अंदर और नीचे एक कमांड सेंटर और अन्य सैन्य बुनियादी ढांचे हैं। हालांकि, हमास और अस्पताल कर्मचारी उन आरोपों से इनकार करते हैं।

गाजा में अस्पतालों का हाल-बेहाल
गाजा में अस्पतालों के निदेशक मोहम्मद जकाउत का कहना है कि शिफा में लगभग 650 मरीज और गंभीर रूप से घायल लोग हैं, जिनका इलाज लगभग 500 चिकित्सा कर्मचारी कर रहे हैं। उन्होंने अनुमान लगाया कि लगभग 2,500 विस्थापित फलिस्तीनी अस्पताल के अंदर शरण लिए हुए हैं। शनिवार को, स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुमान लगाया कि लगभग 3,000 चिकित्सक और मरीज, साथ ही 15,000 से 20,000 विस्थापित लोग वहां शरण लिए हुए थे।

36 शिशुओं के मरने का खतरा
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि शनिवार को अस्पताल के आपातकालीन जनरेटर का ईंधन खत्म होने के बाद से तीन शिशुओं और चार अन्य मरीजों की मौत हो गई है। इसमें कहा गया है कि अन्य 36 शिशुओं और अन्य रोगियों के मरने का खतरा है क्योंकि जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों को बिजली देने का कोई रास्ता नहीं बचा है। वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि वह रविवार को शिशुओं को ले जाने में सहायता करेगी।

रॉकेटों की हो रही बौछार
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से 11,000 से अधिक फलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से दो-तिहाई महिलाएं और नाबालिग हैं। करीब 2,700 लोगों के लापता होने की खबर है। हमास के शुरुआती हमले में मारे गए इजरायली पक्ष के कम से कम 1,200 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं।

फलिस्तीनी आतंकवादियों ने छापे में पकड़े गए लगभग 240 बंधकों को बंधक बना रखा है, जिनमें पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बड़े वयस्क शामिल हैं। सेना का कहना है कि गाजा में जमीनी कार्रवाई में 48 सैनिक मारे गए हैं। गाजा के पास समुदायों से लगभग 250,000 इजरायलियों को निकाला गया है, जहां फलिस्तीनी आतंकवादी अभी भी रॉकेटों की बौछार कर रहे हैं।

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