तेलंगाना: कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बीच तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान हुई तकरार अब खत्म होती दिख रही है. कांग्रेस सरकार ने कल (9 दिसंबर) तेलंगाना विधानसभा में कार्यवाही संचालित करने के लिए एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. नवनिर्वाचित सभी विधायक कल शपथ लेंगे.
असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी हैदराबाद लोकसभा सीट के तहत आने वाली चंद्रयानगुट्टा विधानसभा सीट से ऑल इंडिया ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक हैं. उन्होंने यहां से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है. ओवैसी ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) के एम सीताराम रेड्डी को 81,660 वोटों से हराया.
2018 के चुनाव में भी दर्ज की थी एकतरफा जीत
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भी चंद्रयानगुट्टा सीट से अकबरुद्दीन ओवैसी ने 80264 वोट से जीत हासिल की थी. तब ओवैसी को 95339 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के शहजादी सैय्यद को 15075 वोट मिले थे. इससे पहले 2014 के चुनाव में अकबरुद्दीन ओवैसी ने 59,274 वोट से जीत हासिल की थी.
इस बार पीछे हट गए बीजेपी प्रत्याशी
2018 में चंद्रयानगुट्टा सीट पर दूसरे नंबर पर रहने वाली बीजेपी ने इस बार यहां से सत्यनारायण मुदिराज को टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए आखिरी वक्त में अपना नाम वापस ले लिया.
विवादों से रहा है पुराना नाता
अकबरुद्दीन ओवैसी का विवादों से पुराना नाता रहा है. इस विधानसभा चुनाव में भी वह पुलिस अधिकारी को चुनाव प्रचार के दौरान धमकाते दिखे थे. इसके बाद उन्हें नोटिस भी जारी हुआ था. इसी चुनाव में एक जनसभा में अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि चाहे रेड्डी हो या बाबू हो या राव हो, हमे सब से काम करवाने का जादू आता है. जब अकबर ओवैसी बोलते हैं तो जैसा सपेरा बीन बजे तो सब नाचने लगते हैं. अकबर असेंबली में खड़ा हो जाता है तो अच्छे-अच्छे की बोलती बंद हो जाती