लोकसभा चुनाव का यह पांचवां महासमर कांग्रेस के लिए निर्णायक

देहरादून। कांग्रेस लोकसभा का चुनावी समर उत्तराखंड में करो या मरो के अंदाज में लड़ने जा रही है। 11,729 बूथ कमेटी और सांगठनिक दृष्टि से तैयार किए गए 1,000 मंडलम पार्टी के प्रचार तंत्र को आमजन से जोड़ने का बड़ा और महत्वपूर्ण माध्यम बन रहे हैं।

भाजपा से मिलने वाली कड़ी चुनौती की प्रभावी काट को ध्यान में रखकर पहली बार प्रमुख विपक्षी दल ने प्रदेश व जिलों के साथ में ब्लाकों से लेकर बूथ स्तर तक वार रूम तैयार किए है। केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश स्तर पर बनने वाली चुनावी रणनीति त्वरित सबसे निचले स्तर पर पहुंचेगी। साथ ही बूथ स्तर पर पार्टी की कमान संभालने वाले योद्धाओं को आवश्यकता के अनुसार शीघ्रता से चुनाव सामग्री पहुंचाई जा सकेगी।

अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद लोकसभा चुनाव  का यह पांचवां महासमर कांग्रेस के लिए निर्णायक बन चुका है। लगातार दो लोकसभा चुनाव में हार चुकी पार्टी पर अब तीसरे चुनाव में दबाव बढ़ गया है। कांग्रेस इस चुनौती को महसूस कर रही है। प्रदेश में राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए पार्टी ने इस बार पूरी तैयारी की है।

मुकाबले के लिए पार्टी के पूरे प्रचार तंत्र को बेहद सावधानी से खड़ा किया गया है। केंद्रीय नेतृत्व की स्वयं इसमें बड़ी रुचि है। यह केंद्रीय नेतृत्व का ही आग्रह रहा कि बूथ स्तर पर इकाइयों को गठित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।

मंडलम इकाइयां गठित

प्रदेश कांग्रेस संगठन ने इस बार मंडलम इकाइयों के रूप में नया प्रयोग किया है। लगभग न्याय पंचायत स्तर पर ऐसी 1,000 मंडलम इकाइयां गठित की गई हैं। इनका गठन नगरों और ग्रामीण क्षेत्रों, दोनों में किया गया है। मंडलम इकाइयों को खड़ा कर विपक्षी दल का प्रयास अधिक संख्या में मतदाताओं से सीधे जुड़ने का है।

पार्टी की चुनाव प्रचार की रणनीति को धार देने और विरोधियों पर भी इसके माध्यम से नजर रखी जाएगी। यह इकाई बूथ और ब्लाक के बीच समन्वय का कार्य भी करेगी। दो महीने का विशेष अभियान चलाकर इन इकाइयों को मूर्त रूप दिया गया है।

लोकसभा क्षेत्र व जिलेवार मीडिया समन्वयक

चुनाव में मीडिया प्रभारी और मीडिया समन्वयकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। कांग्रेस नेतृत्व ने डा चयनिका उनियाल को प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग का प्रभारी बनाया है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग ने लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत लोकसभा क्षेत्रवार, जिलेवार और मंडलवार मीडिया समन्वयक नियुक्त किए हैं।

यही नहीं, इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का लोकसभा चुनाव में उपयोग किया जाएगा। इन प्लेटफार्म पर एक क्लिक पर सभी सूचनाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। 1,000 इंटरनेट मीडिया ग्रुप बनाए गए हैं। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में 500 वाट्सएप ग्रुप भी बनाए जा रहे हैं।

संघ के 32 आनुषांगिक संगठनों का भी लाभ उत्तराखंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 32 आनुषांगिक संगठन विभिन्न क्षेत्रों में सेवा कार्यों से जुड़े हैं। राष्ट्रीय विचारधारा से ओतप्रोत इन संगठनों के धरातल पर कार्य करने का लाभ भी चुनाव में भाजपा को मिलेगा।

पार्टी इकाइयों व पदाधिकारियों के स्तर पर बनाए गए वाट्सएप ग्रुप चुनावी कार्यक्रमों की तत्काल सूचना देने और इनके तत्काल क्रियान्वयन में पार्टी ने इकाई और पदाधिकारी स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। इनमें प्रांतीय पदाधिकारियों, मोर्चा व प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों साथ ही जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, मंडल अध्यक्षों और विधायकों के अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप शामिल हैं।

70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त

चुनाव में अच्छे प्रदर्शन को ध्यान में रखकर एआइसीसी के निर्देश पर 70 विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी भी नियुक्त किए गए हैं। प्रभारी पार्टी के कार्यक्रमों और संगठनात्मक गतिविधियों की सूचना प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को उपलब्ध करा रहे हैं। प्रभारियों की बूथ कमेटी और मंडल इकाइयों के सत्यापन में भूमिका रही है।

लोकसभा चुनाव के दौरान विधानसभा क्षेत्रवार इनके फीडबैक के अनुसार ही पार्टी चुनाव प्रचार गतिविधियां संचालित करेगी। इसके साथ ही पांच लोकसभा क्षेत्रों के लिए समन्वयकों की तैनाती भी की गई है। प्रत्याशियों के चयन में योगदान देने के बाद ये समन्वयक लोकसभा क्षेत्रवार चुनावी गतिविधियों को लेकर भी सक्रिय रहेंगे।

प्रदेश स्तर पर वार रूम सक्रिय

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में वार रूम सक्रिय कर दिया है। वार रूम की कमान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नवीन जोशी को सौंपी गई है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि वार रूम में टीम पांच कंप्यूटर के साथ लगातार काम कर रही है। जिलाध्यक्षों के साथ प्रतिदिन संपर्क कर फीडबैक लिया जा रहा है। बूथ कमेटी अध्यक्ष भी मोबाइल फोन नंबर के माध्यम से वार रूम से जुड़े हुए हैं। चुनाव के लिए प्रदेश से लेकर जिला, ब्लाक और बूथ स्तर तक बनाए गए हैं।

केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर तय हो रही हर रणनीति

बूथ स्तर पर भी वार रूम राज्य के भ्रमण के लिए पहुंचने वाला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का पर्यवेक्षक हो अथवा लोकसभा चुनाव प्रभारी, या प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, सभी ने बूथ कमेटी के गठन और उसके लिए तैयारियों को परखा है। सभी 11,729 बूथ कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं।

बूथों की मजबूती पर इस बार विशेष ध्यान दिया गया है। बूथ अध्यक्ष व कमेटी के सदस्यों को प्रतिद्वंद्वी भाजपा के पन्ना प्रमुखों का तोड़ ढूंढते हुए अधिक सक्रियता से काम करने को कहा गया है। इस बार बूथ स्तर पर वार रूम भी काम करेगा।

यह वार रूम ब्लाक, जिले के साथ ही प्रदेश स्तर पर वार रूम से जुड़ा रहेगा। यहां से हर सूचना उच्च स्तर तक पहुंचाई जाएगी, ताकि धरातल पर पार्टी की तैयारी पुख्ता रखी जा सकें। प्रत्येक पोलिंग बूथ पर 11 से लेकर 51 कार्यकर्ताओं की टीम रहेगी।

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