आफत बनकर गिरे ओले, जमीदोज हुईं लहलहाती फसलें

किसानों की मेहनत बरबाद, सपनों पर फिरा पानी

आसमान से बरसी आफत को देख रो पड़े किसान

हमीरपुर : देर शाम जिले के कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ फसलों पर आफत बनकर गिरे ओलों ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। करीब आधा घंटा तक गिरे ओलों व तेज बारिश ने फसलों को जमींदोज कर दिया है।बुंदेलखंड का किसान हमेशा किसी न किसी समस्या से परेशान रहता है। ऐसे में मंगलवार को हमीरपुर जिले में तेज बारिश के साथ गिरे ओलों ने एक बार फिर से किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। करीब आधा घंटे की तेज बारिश व ओलों ने खेतों में खड़ी लहलहाती हुई फसलों को जमींदोज करके रख दिया है।

मौसम के अचानक पलटी मार देने से सबकुछ तहस-नहस हो गया है। आधे घंटे की बारिश व ओलों ने करोड़ों रुपये की लहलहा रही फसलों को चौपट करके रख दिया है। ओलों से जिले के समेरपुर, कुण्डौरा, पौथिया, बरदहा सहजना, कुम्हऊपुर, ललपुरा, स्वासा खुर्द, स्वासा बुजुर्ग, मोराकांदर, कलौलीजार, नदेहरा, बांकी, बांक बिलहडी, पलरा, दरियापुर, नारायनपुर, चंदौखी, कारीमाटी, सौंखर, नजरपुर, देवगांव, सिमनौडी, गहतौली, जलाला, भंभौंरा, बड़ागांव, पत्योरा, टेढ़ा, पचखुरा बुजुर्ग, पंधरी, पारा रैपुरा, पचखुरा खुर्द, भौनिया, कैथी, मौहर, धुंधपुर, बिरखेरा व अतरैया समेत सैकड़ों गांवों में इस बेमौसम बारिश से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। फसलें खेतों में जमींदोज हो गई हैं। सर्वाधिक नुकसान सरसों, मटर, मसूर, चना, गेहूं की फसलों को हुआ है। आंधी के चलते तमाम पेड़ भी धराशाई हो गए और लोगों के टीन टप्पर उड़ गए। तेज आंधी से दर्जनों गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित होने से दिन में अंधेरा सा माहौल हो गया। पारा गांव निवासी किसान कृष्ण कुमार मिश्रा, दीपू, सुरेंद्र सिंह राजावत, मोहन भदौरिया, खड़ग सिंह ने बताया कि तेज हवा व बारिश के साथ हुई ओला वृष्टि से दलहनी, तिलहनी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसान एक बार फिर से हताश हो गया है। पूरे साल की मेहनत पर कुदरत ने पानी फेर कर रख दिया है। इस तबाही के मंजर को देख किसानों की आंखें डबडबा गई।

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