सिनेमा में नाम बनाने का कोई स्पेशल कोड नहीं है…

नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता प्रकाश राज पिछले 40 वर्षो से भारतीय सिनेमा में सक्रिय हैं। उन्होंने हाल ही में कहा कि कोई विशेष कोड नहीं है जिसे अभिनेता अपने करियर में सफल हो सकें। अभिनेता ने कहा कि सिनेमा में कोई निष्पक्ष खेल नहीं है। उनके जैसे लोग इंडस्ट्री पर एकाधिकार जमा रहे हैं। क्योंकि उन्हें भी जीवित रहने की जरूरत है।

प्रकाश राज से एक बातचीत के दौरान, ‘जब वह कोड पूछा गया, जिसे उभरते कलाकार अपने सफल करियर के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसपर उन्होंने कहा, किसी के पास इसका जवाब नहीं है क्योंकि इसमें कोई निष्पक्ष खेल नहीं है। एक तो यह कि आप सोचते हैं कि आप सिनेमा में आने के योग्य हैं या शायद नहीं हैं, लेकिन यह हमें कौन बताएगा। या फिर कोई आपको इसके योग्य समझता है और तराशता है, आपको उसके अनुरूप ढालता है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘एक अभिनेता बनने के लिए, आपको यह तय करना होगा कि आप कहां बनना चाहते हैं, केवल सिनेमा में, या आप दूसरों की तरह अभिव्यक्त करना या लोकप्रिय बनना चाहते हैं, आपका एजेंडा क्या है?’ प्रकाश राज ने कहा, ‘मेरे जैसे लोग एक करोड़ उदाहरणों में से एक हैं, जहां मुझे सही सलाहकार मिले। मुझे के बालाचंदर मिले। उनके बाद, इसका श्रेय मुझे जाना चाहिए। क्योंकि मैंने उस अवसर का उपयोग किया। हर खिड़की, स्थान या मंच पर जो उन्होंने दिया, मैं हमेशा कहता था कि क्या मुझे 10 और फिल्में मिलेंगी।’

प्रकाश राज ने कहा, ‘मेरे जैसे लोग, हम इस पर इतना एकाधिकार जमा लेते हैं कि हम दूसरों को आने की अनुमति नहीं देते हैं। क्योंकि यह हमारा अस्तित्व है। कभी-कभी, निर्देशक और लेखक भी कहते हैं कि जब हमारे पास पहले से ही एक रेडीमेड साथी है, तो हमें किसी और को क्यों ढूंढना है, हम उसे अधिक भुगतान करेंगे और उसे कुछ और फिल्में देंगे।’ प्रकाश राज का मानना है कि ओटीटी स्पेस के बढ़ने के बाद चीजें थोड़ी बदल गई हैं। उन्होंने कहा, ‘लोग अब केवल लोकप्रिय अभिनेताओं को ही नहीं देख रहे हैं। जो कोई भी अच्छी कहानी सुनाता है वह आज लोकप्रिय हो रहा है।’

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