कोतवाली के ठीक सामने बेरोजगार युवक ने किया आत्मदाह, धूं धूं कर दिनदहाड़े जला युवक…

हरि सिंह बादल~गोण्डा)) बीएल~~~ मुख्य पृष्ठ हेतु विशेष रिपोर्ट

गोण्डा (जिला संवाददाता)। उत्तर प्रदेश के जनपद गोंडा से एक दिल दहला देने वाली बहुत बड़ी खबर प्रकाश में आई। यहां शहर के बीचो-बीच स्टेशन रोड पर नगर कोतवाली और भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने सड़क पर ही दिनदहाड़े एक २६ वर्षीय बेरोजगार युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लिया। युवक लगभग ९० प्रतिशत जल गया। इसे बचाने में इसका एक साथी भी बुरी तरह झुलस गया। आसपास के लोगों और मौके पर पहुंची पुलिस ने जब तक युवक को बचाने का प्रयास किया तब तक युवक ९० प्रतिशत तक बुरी तरह जल चुका था। फिलहाल तुरंत एंबुलेंस बुलाकर दोनों युवकों को स्थानीय मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। जहां ९० प्रतिशत जल चुके युवक की नाजुक स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। वहीं इसे बचाने के प्रयास में झुलसे नवयुवक को भर्ती कर उसका उपचार आरंभ कर दिया। दोनों युवक जनपद मुख्यालय से २० किलोमीटर दूर बलरामपुर मार्ग पर स्थित इटियाथोक थानाक्षेत्र के गांव सराहरा पांडेय पुरवा के रहने वाले बताए जाते हैं।

फोटो में सड़क के बीचो-बीच डिवाइडर पर बुरी तरह जला पड़ा यह २६ वर्षीय बेरोजगार युवक जनपद के इटियाथोक थाना क्षेत्र के सराहारा गांव के पांडेय पुरवा का निवासी दिव्यराज पांडेय पुत्र मुन्नालाल पांडेय है। इसका दुर्भाग्य यह है कि यह एक बेरोजगार गरीब किसान का पुत्र है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्टार्टअप योजना के तहत यह बेरोजगार युवक भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में रोजगार हेतु लोन लेने के लिए आवेदन किए हुए था। किंतु अनेकों माह से मैनेजर इसे दौड़ा ही रहा था। जबकि इसके बेरोजगारी का आलम यह था कि इसके घर परिवार व बच्चों का खर्च चलना मुश्किल हो चुका था। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की स्टार्टअप योजना को मैनेजर द्वारा धता बता देने की नीति से त्रस्त गरीब किसान के इस बेरोजगार बेटे ने अंतत स्वयं का ही अंत कर लेने का निर्णय कर लिया, और आज जब मैनेजर ने इससे फिर टालमटोल की तो इस गरीब बेरोजगार युवक ने ब्रांच के सामने ही भरी सड़क पर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते और जब तक इसके साथ का १७ वर्षीय नवयुवक प्रदीप पांडेय पुत्र विश्वनाथ पांडेय निवासी ग्राम सरहारा पांडेय पुरवा इसे बचा पाता तब तक दिव्यराज लगभग ९० प्रतिशत जल चुका था। बचाने के प्रयास में प्रदीप भी काफी झुलस गया। नगर कोतवाली के ठीक सामने की घटना होने के कारण मौके पर पुलिस भी तुरंत पहुंच गई। जिसने एंबुलेंस बुलाकर आसपास के लोगों के सहयोग से तुरंत इसे स्थानीय मेडिकल कॉलेज भिजवाया। ९०% जल चुके दिव्यराज की नाजुक स्थिति देखते हुए चिकित्सकों ने इसे लखनऊ रेफर कर दिया और इसे बचाने में आंशिक रूप से झूलसे १७ वर्षीय नवयुवक प्रदीप पांडेय को भर्ती कर उसका उपचार आरंभ कर दिया।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की युवाओं के उज्जवल भविष्य की दृष्टि से संचालित स्टार्टअप योजना की जमीनी हकीकत को सरकार व समाज के समक्ष उजागर करने वाली इस इस दिल दहला देने वाली घटना से यह समझ जा सकता है कि देशभर के गरीब बेरोजगार युवकों को रोजगार और उनके परिवार के पालनपोषण तथा उनके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुखिया आदित्यनाथ योगी पूर्ण निष्ठा और लगन के साथ स्टार्टअप सहित अनेकों योजनाएं लागू कर देश के युवाओं के संवर्धन हेतु सख्ती के साथ निर्देश देते हैं कि कोई भी गरीब बेरोजगार युवक बेरोजगारी का दंश झेलने न पाए और उसके परिवार का पालन पोषण हो। किंतु वही जिम्मेदार लोग जिन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करना होता है और सरकार की योजनाओं को पूर्ण ईमानदारी के साथ आम जनता के दरवाजे तक पहुंचाना होता है वही अमानत में खयानत करने पर अमादा हो पीएम और सीएम की योजनाओं का मखौल बनाना आरंभ कर देते हैं। आज दिन दहाड़े शहर के बीचो-बीच और सैकड़ो आमजनता के सामने घटी ये वीभत्स घटना इन बातों का जीता जागता प्रमाण है और इन बातों को तो प्रमाणित ही कर दिया की जिस तरह से कार्यपालिका और व्यवस्था तंत्र कार्य कर रहे हैं यदि ऐसे ही रहा तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को क्षति पहुंचाने के लिए विपक्ष की कोई आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।।

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