भाजपा के मूलमंत्र सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास पर लगा प्रश्न चिन्ह
बाराबंकी। लोकसभा चुनाव में जहां देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री सबका साथ सबका विकास और सबके विष्वास के मूल मंत्र पर काम करके चुनावी समर जीतने की कवायद कर रहे हैं और जाति वर्ग मजहब अमीर और गरीब लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ भाजपा के मीडिया प्रभारी सिर्फ अपने खास चहेते पत्रकारों को ही उपकृत करके पार्टी में वाहवाही लूटने के लिए प्रयासरत हैं। जिससे पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोष व्याप्त है। इन पत्रकारों का कहना है कि आगामी 20 मई को होने वाले मतदान में अपनी पूरी ताकत लगा करके विरोध में मतदान किया जायेगा। इन पत्रकारों का गुस्सा इसलिए जायज नजर आ रहा है कि किसी भी कार्यक्रम में प्रकाषित होने वाला विज्ञापन सिर्फ चंद गिने चुने समाचार पत्र को दे करके इतिश्री कर ली जाती है। जिसमें मुख्य भूमिका मीडिया प्रभारी की रहती है। जानकारी के अनुसार, बाराबंकी सुरक्षित लोकसभा चुनावी समर में अब चंद दिन ही बाकी है। आगामी 20 मई को यहां पर मतदान होना है। मतदान के बाद में आगामी 4 जून को मतगणना होगी और यह पता चल जायेगा कि कौन कितने पानी में है। कौन पार्टी चुनाव जीत रही है और किस पार्टी को हार का मंुंह देखना पड़ेगा।
वर्तमान मंे प्रदेष में भाजपा की सरकार है जबकि प्रदेष के बड़े नेता से लेकर जनपद स्तरीय नेता जब भी जिला मुख्यालय पर कार्यक्रमों में शामिल होने आते हैं तो उसकी सूचना भाजपा मीडिया प्रभारी द्वारा सिर्फ खास चहेते लोगों को भेजी जाती है उसके बाद में कार्यक्रम की न्यूज खुद मीडिया प्रभारी बना करके सभी लोगों को इस उम्मीद से भेजते हैं कि ज्यादा से ज्यादा न्यूज पेपरों में उनकी न्यूज लग जाये जिससे वह अगले दिन वरिष्ठ नेताओं को न्यूज की कटिंग भेज करके जमकर वाहवाही लूटते हैं। लेकिन जब किसी बड़े नेता के आगमन पर विज्ञापन जारी होने की बारी आती है तो मीडिया प्रभारी सिर्फ अपनी मनमानी करते हैं। सबसे पहले तो वह पत्रकारों का फोन तक रिसीव नही करते हैं और या तो फिर उस वक्त तक मोबाइल स्विच ऑफ रहता है। यदाकदा अगर किसी माध्यम से मीडिया प्रभारी से वार्ता हो जाती है तो उनका कहना होता है कि अभी कोई ऊपर से आदेष नही आया है आदेष आने पर जो कुछ भी होगा सभी लोगों को विज्ञापन भेज दिया जायेगा। लेकिन कभी भी किसी बड़े नेता के आगमन पर सिर्फ चंद न्यूज पेपरों को छोड़ करके अन्य पेपरों में विज्ञापन के लिए आज तक कोई आदेष नही आया। जिसका ताजा उदाहरण शुक्रवार को देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी जनसभा में देखा जा सकता है। दो दिन पहले से ही भाजपा मीडिया प्रभारी ने सभी पत्रकारों को आष्वासन दिया था कि प्रधानमंत्री के आगमन पर विज्ञापन सभी को जारी होगा।
लेकिन बीती 16 मई की दोपहर से मीडिया प्रभारी को फोन स्थानीय पत्रकार मिलाते रहे लेकिन कोई जवाब उधर से नही आया। कुल मिलाकर भाजपा मीडिया प्रभारी की कार्यषैली से जहां उनके चहेते पत्रकार तो खुष हैं लेकिन पत्रकारों का एक बड़ा कुनबा उनसे नाराज चल रहा है। उसका खामियाजा आने वाले 20 मई को मतदान के दिन देखने को मिल सकता है। अगर समय रहते भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उक्त मामले को लेकर हस्ताक्षेप नही किया तो आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा और मीडिया प्रभारी की मनमानी जारी रहेगी। इस सम्बन्ध में मीडिया प्रभारी के मोबाइल नम्बर पर उनका पक्ष जानने के लिए प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नही हो सकी