तीन दिवसीय रॉकेट कार्यशाला शुरू
बाराबंकी। डॉ विक्रम साराभाई, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जैसे राकेट वैज्ञानिकों की तरह अपने राकेट को आकाश में उड़ाने की बाल वैज्ञानिकों की ख्वाहिश को रिसोर्स पर्सन व वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने पंख लगा दिए।स्थानीय डब्ल्यूसीए इंटर कालेज कैंपस में मंगलवार को तीन दिवसीय रॉकेट्री कार्यशाला की शुरुआत हुई।प्रयागराज से पधारे प्रमोद कुमार ने उद्घाटन सत्र में विद्यार्थियों को रॉकेट निर्माण एवम लॉन्चिंग से जुड़ी बारीकियों से रूबरू कराया।द्वितीय सत्र में रॉकेट निर्माण शुरू हुआ। कार्यशाला में शामिल कक्षा 6 से 12 तक के 50 विद्यार्थियों को दस समूहों में बाटा गया है। मॉडल रॉकेट में इंजन लगने के बाद प्रशिक्षुओं के हौसलों ने उड़ान भरी।सभी के रॉकेट बुधवार को उड़ान की टेस्टिंग करेंगे।टेस्ट फ्लाइट सफल होने के उपरांत 4 जनवरी को समापन सत्र में लॉन्चिंग सेरेमनी में सभी रॉकेट आकाश की ओर उड़ान भरेंगे।
डब्लू सी ए इंटर कालेज में विद्यार्थियों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषय से जोड़ने के लिए आयोजित तीन दिवसीय राकेट्री कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय प्रबन्धक विजय आनन्द बाजपेयी, जिला विज्ञान क्लब समन्वयक आशीष पाठक और रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रयागराज से पधारे विज्ञान संचारक प्रमोद कुमार मिश्रा ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण से किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमन शुक्ला द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर के रिसोर्स पर्सन प्रमोद कुमार मिश्रा का स्वागत किया गया।इस अवसर पर गिरिंद्र मिश्रा, अनिल वर्मा,आशुतोष अवस्थी,कृष्ण प्रताप वर्मा,नितेश वर्मा,रामकमल सिंह, रीनू वर्मा सहित स्टाफ के सभी सदस्य मौजूद रहे।