बरेली। अवैध संबंधों का विरोध करने पर डॉक्टर अखिलेश कुमार ने पत्नी सीमा राठौर की डंबल की रॉड से सिर कूचकर हत्या की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने आरोपी की बर्बरता की कहानी बयां की। पोस्टमार्टम में महिला के पूरे शरीर व सिर पर 12 चोटें सामने आई।
इसी के बाद आरोपी ने सिलसिलेवार पूरी कहानी स्वीकार कर ली। स्वीकारा कि हत्याकांड में इज्जतनगर के सहुला निवासी कंपाउंडर विजेंद्र भी सहयोगी बना, जो फरार है। भुता के पहरापुर बसावन नगरिया निवासी आरोपी अखिलेश कुमार को पुलिस ने जेल भेज दिया।
यह है पूरा मामला
बिथरी चैनपुर के बालीपुर अहमदपुर निवासी सीमा के पिता महेंद्र सिंह ने छह अप्रैल को मामले में इज्जतनगर थाने में अखिलेश व उसके भाई संजू के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी लिखाई थी। उन्होंने बताया कि बेटी की शादी फरवरी 2017 में अखिलेश से की थी। दहेज के लिए वह बेटी का उत्पीड़न करता था। इसी के चलते 29 मार्च की देर रात बेटी की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
घटना की जानकारी पर तत्काल ही इज्जतनगर पुलिस सक्रिय हुई। आरोपी के घर पर दबिश देकर उसे पकड़ लिया। अंदर देखा गया तो किचन में फर्श पर काफी खून पड़ा था। गेट के अंदर से बेडरूम तक खून के छींटे पड़े थे। वाशबेसिन में भी खून के धब्बे मिले। इसी के बाद कहानी साफ हो गई। आरोपी को पकड़कर पुलिस थाने लेकर पहुंची।
इज्जतनगर इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह के अनुसार, पूछताछ में आरोपी अखिलेश ने बताया कि कंपाउंडर विजेंद्र संग हत्या की योजना बनाई। उसी अनुसार, 29 मार्च की देर रात कंपाउंडर को घर में सुला लिया।
किचन में की हत्या
रात में जब सीमा टहल रही थी, उसे किचन में ले जाकर फर्श पर पटक दिया। चाकू और इमामदस्ता सिर पर पीछे से मार दिया, जिससे काफी खून निकलने लगा। विजेंद्र ने डंबल की रॉड से उस पर कई वार किए, जिससे सीमा की जान चली गई।
आरोपी की निशानदेही पर ही किचन के अंदर रखी घटना में प्रयुक्त डंबल की रॉड बरामद कर ली गई। आरोपी ने घटना के बाद अपना लोअर, बनियान व टीशर्ट कलापुर गांव की नहर में फेंका था, उसे भी बरामद कर लिया गया।
वारदात के बाद साक्ष्य मिटाने पर था जोर
पुलिस के अनुसार, वारदात के दौरान अखिलेश व विजेंद्र के हाथों, शर्ट, लोअर व बनियान में काफी खून लग गया था। लिहाजा, हाथ बेसिन में धुलकर सीमा की लाश कार में लादी और उसे लेकर ग्लोबल अस्पताल पहुंचे। मृत घोषित होने पर आरोपी कंपाउंडर के साथ चाचा हरिप्रसाद, चचेरे भाई संजू व अन्य संबंधियों संग लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां भी सीमा को मृत बताया गया।
इसी के बाद आरोपी भाग खड़ा हुआ। साक्ष्य मिटाने के लिए दोस्त विजेंद्र को घर पर भेज कर फर्श पर पड़े खून, आलाकत्ल चाकू और इमामदस्ता हटाने के लिए भेजा। काफी हद तक विजेंद्र ने खून साफ कर दिया, किंतु पड़ोसी की आहट सुनकर वह घबरा गया और चाकू और इमामदस्ता लेकर भाग गया।
पत्नी के मानसिक इलाज के बना दिये पर्चे
पुलिस के अनुसार, आरोपी अखिलेश स्वयं डॉक्टर था, इसलिए उसने पत्नी के मानसिक इलाज के पर्चे बनवा रखे थे। उसे नशीला इंजेक्शन भी देता रहता था। आरोपी के मोबाइल फोन में कई महिलाओं से चैटिंग व संबंध होने की पुष्टि हुई। सीमा इसी का विरोध करती थी, इसलिए योजनाबद्ध तरीके से उसने हत्या की। फिर अफवाह फैलाई कि मानसिक बीमारी के कारण सीमा गिरकर घायल हो गई। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
आरोपी अखिलेश के कई महिलाओं से चैटिंग व संबंध की पुष्टि हुई है। उसके अवैध संबंधों का ही पत्नी विरोध करती थी। इसी के चलते उसने दोस्त विजेंद्र संग मिलकर पत्नी की हत्या कर दी। विजेंद्र फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर घटना में प्रयुक्त इमामदस्ता व चाकू की बरामदगी की जाएगी। घटना में अखिलेश के परिवार के अन्य सदस्यों की संलिप्तता के संबंध में जांच की जा रही है।
-जयशंकर सिंह, इंस्पेक्टर, इज्जतनगर।