देहरादून । पशुओं काे रोगमुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार के साथ धामी सरकार लगातार प्रयासरत् है। खुरपका-मुंहपका व एलएसडी रोग के नियंत्रण के लिए भारत सरकार की ओर से शत-प्रतिशत वित्त पोषित राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश भर में टीकाकरण कार्यक्रम चलेगा। विभाग की टीम डोर-टू-डोर जाकर पशुओं को टीका से आच्छादित करेगी, ताकि वे स्वस्थ रहें और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिले।पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने खुरपका-मुंहपका रोग के नियंत्रण के लिए राज्य के 21 लाख गोवंशीय एवं महीष वंशीय पशुओं में टीकाकरण तथा समस्त गोवंशीय पशुओं में एलएसडी रोग के नियंत्रण के लिए टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साथ ही टीकाकरण के लिए पशुपालन मंत्री ने चार वाहनों को हरी झंडी दिखाई। विभाग की टीम घर-घर जाकर पशुओं को टीका लगाएगी।कार्यकम में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. नीरज सिंघल, डाॅ. सुनील कुमार अवस्थी, संयुक्त निदेशक रोग नियंत्रण,डॉ. देवेंद्र शर्मा, संयुक्त निदेशक डॉ. राकेश नेगी, मुख्य अधिशासी अधिकारी यूएलडीबी डॉ. विद्यासागर कापड़ी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी देहरादून डॉ. दिनेश सेमवाल आदि थे।
स्वरोजगार का बेहतर माध्यम है पशुपालन-पशुपालन मंत्री ने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के साथ पशुओं को रोगों से बचाने के लिए टीके अवश्य लगवाने चाहिए। उन्होंने सभी पशुपालकों से पशुओं में टीकाकरण कराने की अपील की। कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। उत्तराखंड जैसे जटिल भौगोलिक परिस्थिति वाले प्रदेश में पशुपालन भी स्वरोजगार का बेहतर माध्यम बन सकता है। सरकार की ओर से इस दिशा में गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार विभिन्न रोजगारपरक योजनाएं संचालित कर रही है।