महज तिरपाल तानकर कर रहे खानापूर्ति,गोवंशों को पड़े काऊ कोट के लाले !

  • तिरपाल होने के बाद भी ठंड में कांप रहे गोवंश, संरक्षण के दावे फेल
  • गोशालाओं में रखे गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए अलग से नहीं दिया बजट
  • ऊपर से टिन की चादर और नीचे खाली जमीन पर बैठकर ठिठुर रहे गोवंश

लखनऊ- यूपी में कई दिनों से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। जनमानस से लेकर पशु-पक्षी तक कांप रहे हैं, लेकिन गोशालाओं में रखे गए गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए तिरपाल के आलावा कोई अतिरिक्त उपाय नहीं किए गए। जो कुछ दान में मिल गया उसी के दम पर कुछ व्यवस्थाएं कर ली गईं। शासन से कोई अतिरिक्त बजट नहीं मिलने से कहीं पर काऊ कोट नहीं भेजे गए हैं। ऊपर से ठंडी टिन की चादर और नीचे खाली जमीन पर गोवंश ठिठुर रहे हैं।निष्पक्ष प्रतिदिन ने विकासखंड में कई गांवों में कई आश्रय स्थलों का जायजा लिया, लेकिन ज्यादातर पर हालात खराब ही मिले।विकासखंड क्षेत्र में 19 गो आश्रय स्थल हैं।वहीं बीकेटी,इटौंजा व महोना नगर पंचायतों में एक एक गौशाला है।

मुख्यमंत्री ने गोवंशों को ओढ़ाने के लिए टाट के काऊ कोट तथा खिलाने के लिए गुड़ की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसके लिए अलग से कोई बजट नहीं मिला।

बता दें कि अब सर्दी का आगाज पूरी तरह से हो चुका, लेकिन गोवंश के बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए।सर्दी व हवा से बचाव के इंतजाम नहीं हैं।गौशाला में लगभग 8×8 का तिरपाल है,लेकिन यह तिरपाल ठंड से बचने के लिए काफी नहीं है।सर्द हवाओं में गोवंश टिन शेड के नीचे कांपते नज़र आ रहे है जबकि गौवंशो के नीचे कीचड़ व साफ सफाई न होने से गौशाला की हालत खस्ता नज़र आ रही हैं।जब प्रधानों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि शासन से पैसा नहीं आ रहा है,तो हम कब तक अपनी जेब से खर्च करते रहेंगे।विकासखंड क्षेत्र के गांव महिगवां, किशुनपुर, सुवशीपुर, उसरना, भगौतीपुर, इन्दारा, सोनवा, ढिलवासी, मण्डौली, चकपृथ्वीपुर, अचरामऊ, सहदातनगर गढ़ा, परसहिया, अल्दमपुर, पहाड़पुर,मानपुर लाला, सुल्तानपुर, पालपुर, कौडियामऊ, कुम्हरावां में अस्थाई गोशालाएं हैं।इनमें गोवंशों को रात में टिन शेड में रखा जाता है, जिसके चारों ओर तिरपाल तो लगा है। लेकिन गोवंश ठंड में जमीन पर बिना पराली और पत्ती के ही बैठते हैं। ग्राम प्रधान अमित शर्मा ने बताया कि उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।देखने में आया है कि गोवंशो को ना तो गुड़ मिल रहा है और न ही उन्हें पहनने के लिए काऊ कोट ही मिल रहें हैं।जिससे रात में होने वाली भयंकर सर्दी में गोवंशों को रात काटना काफी मुश्किल हो रहा है।

जिम्मेदार बोले
गौशालाओं में गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए टिन शेड के चारों तरफ तिरपाल लगाने,गोवंशो को काऊ कोट पहनाने और अलाव जलाने के निर्देश दिये गये थे।लेकिन अगर गौशालाओं में यह व्यवस्थाएं अभी तक संचालित नहीं हो पाई है तो, तत्काल गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए संबंधित को निर्देश दिये जाएंगे।

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