रामनगर-बाराबंकी। तहसील रामनगर के संजय सेतु पर चल रहे ज्वाइंटरों के मरम्मत कार्य के चलते दिन भर कछुए की तरह ट्रैफिक रेंगता रहा। बता दें कि विगत वर्षों में दो बार सेतु के ज्वाइंटरों का मरम्मत कार्य कराया गया। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि पाया गया निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन होने के चलते कम समय में क्षतिग्रस्त हो जाते है। हालांकि जानकारों का कहना है कि जब इस संजय सेतु निर्माण हुआ था। तब इस पर ट्रैफिक और गाड़ियों की संख्या ना के बराबर थी। लेकिन वर्तमान में प्रतिदिन लाखों की संख्या में वाहन इस पुल से गुजरते है। आए दिन इसके ज्वाइंटरों पर पड़ रही दरार बता रही है कि अकेले पुल पर कितना भार है। इसी भार के चलते 6 से 8 महीने में सेतु का कोई न कोई ज्वाइंटर क्षतिग्रस्त हो जाता है। यदि समय रहते नया पुल नहीं बनाया गया तो किसी न किसी दिन बड़ी दुर्घटना का सामना करना पड़ेगा।