गौरीगंज अमेठी। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान से सम्बद्ध जन शिक्षा समिति काशी प्रदेश द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय प्रधानाचार्य योजना बैठक दिनांक 6, 7, 8 अप्रैल 2024 के अंतिम दिन प्रधानाचार्य सन्तोष मिश्र व प्रान्त प्रचार प्रमुख की विज्ञप्ति के अनुसार समापन सत्र के अवसर पर वंदना सत्र में मानक परिषद एवं उत्तर प्रदेश क्षेत्र संपर्क प्रमुख राजेंद्र बाबू तथा सेवा शिक्षा संयोजक नेपाल एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के योगेश जी,जन शिक्षा समिति काशी प्रदेश के प्रदेश मंत्री अनुग्रह नारायण मिश्र,प्रदेश निरीक्षक राजबहादुर दीक्षित, संभाग निरीक्षक वीरेंद्र सिंह एवं कमलेश सह विभाग प्रचारक ओम प्रकाश, सरस्वती शिक्षा मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक ओंकार नाथ शुक्ला ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवन एवं पुष्पार्चन के उपरांत वंदना कार्यक्रम संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि राजेंद्र बाबू ने बताया कि प्रथम शिशु मंदिर 1952 में गोरखपुर में स्थापित हुआ।जिसके प्रथम प्रधानाचार्य कृष्णकांत वर्मा थे। आज देश में 25 हजार विद्या भारती के विद्यालय संचालित हैं। आपने बताया विद्यालय के विकास में संपर्क एक सशक्त माध्यम है। प्रतिदिन हम एक संपर्क अवश्य करें। हमारा उद्देश्य राष्ट्र का निर्माण करना है, हमें ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण करना है जो हिंदुत्व निष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो।
समापन सत्र में विद्या भारती के सेवा शिक्षा संयोजक योगेश जी ने बताया कि समाज का वह वर्ग जो उपेक्षित है, हम सबको उनके बीच जाकर सेवा बस्ती में प्रत्येक विद्यालय एक केंद्र चलाएं,और केंद्र के बच्चे विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करें। कार्यक्रम के अंत में काशी प्रांत के 12 जनपदों से आए हुए 90 प्रधानाचार्य वन्धुधों के प्रति प्रदेश मंत्री ने आभार व्यक्त किया।वंदे मातरम के उपरांत कार्यक्रम का समापन हुआ।