जांच में हरिजन बिरादरी में आपसी जमीनी विवाद निकला
15 बाय 13 फिट सहमति पर मिली जमीन
एसडीएम व सीओ सदर की मौजूदगी में हुआ निस्तारण
बलिया। फेफना थाना क्षेत्र के मिड्ढा गांव स्थित गोरथाना के पोखरा के मुख्यगेट के पास स्थित रविदास की मूर्ति को मंगलवार की रात किसी अराजकतत्व नीचे फेंक दिया था। बुधवार को इसकी जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही फेफना थानाध्यक्ष, सीओ सदर एवं एसडीएम सदर मौके पर पहुंच गए। पूछताछ में पता चला कि जिस स्थान पर मूर्ति स्थापित है, उस स्थान पर हरिजन बिरादरी के लोगों में ही आपस में विवाद है। जिसे लेखपाल व कानून को मौके पर बुलाकर नापी कराई गई एवं मुख्यगेट के पूरब 15 बाई 13 फिट की सहमति से जमीन उपलब्ध करा दी गई। जिसके बाद मामला शांत हो गया।
आपको बता दें कि फेफना थाना क्षेत्र के मिड्ढा गांव स्थित गोरथाना के पोखरा के मुख्यगेट के पास करीब पांच वर्ष पहले अस्थाई चौकी पर रविदास की मूर्ति स्थापित की गई थी। इसके बाद उसके ऊपर झोपड़ी डाली गई जो आधी, पानी व सड़ने के कारण समाप्त हो गई। इसी बीच मंगलवार की रात किसी अराजकतत्व द्वारा रविदास की मूर्ति को नीचे फेंक दिया गया। बुधवार को जैसे ही इसकी जानकारी हरिजन बस्ती को हुई वह आग बबूला हो गए और पुलिस को सूचना दी। मौके पर फेफना थानाध्यक्ष गजानन चौबे, सीओ सदर शुभसूचित, सदर एसडीएम आत्रेय मिश्रा मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए, जहां लेखपाल मुकेश पांडेय व कानूनगो रामपाल मिश्रा को बुलाकर जमीन की नापी कराई गई। इसके बाद हरिजन लोगों के आपसी सहमति के बाद गेट के पूर्व 15 बाई 13 फीट की जमीन सहमति के आधार पर लिखित रूप से उपलब्ध कराई गई। इसके बाद मामला शांत हो गया। उस स्थान पर पक्का नींव देकर निर्माण का कार्य आरंभ हो गया। इस बाबत सदर एसडीएम आत्रेय मिश्रा ने बताया कि दो लोगों के बीच आपसी विवाद था। जिसे मौके पर नापी कराकर निस्तारण कर दिया गया है। वहीं रविदास की मंदिर के लिए 15 बाय 13 फीट की जमीन सहमति के आधार पर उपलब्ध करा दी गई है। वर्तमान में मामला पूरी तरह से शांतिपूर्ण है।