दक्षिण कन्नड़। कर्नाटक के एक प्राइवेट स्कूल में कुछ दिनों पहले हिंदू देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई थी। मेंगलुरु के सेंट गेरोसा हायर प्राइमरी स्कूल की टीचर ने हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ टिप्पणी की थी। इस मामले पर स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने अपने माता-पिता से इस बात की शिकायत की थी।
छात्रा की मां को मिल रही धमकी
माता-पिता ने इस बात की जानकारी स्कूल के प्रबंधन को दी। इसके बाद भाजपा नेताओं ने स्कूल जाकर इस मामले के खिलाफ प्रदर्शन किए। नतीजा ये हुआ कि स्कूल प्रबंधन ने टीचर को सस्पेंड कर दिया। हालांकि, चिंता की बात ये है कि छात्रा के मां के फोन नंबर और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। छात्रा की मां भी एक टीचर हैं। उन्होंने इस मामले की शिकायत मंगलवार को मंगलुरु शहर के कंकनाडी पुलिस स्टेशन में की।
मुझे विदेशों से मिल रही धमकियां
छात्रा की मां ने मीडिया को बताया है कि 15 फरवरी से उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उसे कतर, दुबई, सऊदी अरब और अन्य देशों से धमकी भरे फोन आ रहे थे। स्कूल के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के लिए मुझे दोषी ठहराया गया है।
पीड़िता ने आगे कहा,मैं अंतरराष्ट्रीय कॉल का जवाब नहीं दे रही हूं। मेरे पति ने एक कॉल का जवाब दिया और उस व्यक्ति ने बुरी तरह से बात की। उन्होंने कहा, ”मीडिया के सामने बोलने और स्कूल में हिंदू देवताओं के अपमान का मुद्दा उठाने के लिए मुझे प्रताड़ित किया गया।’मेरी बेटी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ रही है।
पीड़िता ने कहा कि स्कूल टीचर ने कहा था, क्या भगवान राम आकर पत्थर की मूर्ति में बैठेंगे। ऐसी बातें टीचर को नहीं कहनी चाहिए।
क्या था विवाद का कारण
भाजपा विधायक भरत शेट्टी वाई और वेदव्यास कामथ ने इस मुद्दे को उठाया था और शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। भाजपा नेता ने कहा था,”ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है और कुछ स्कूल छात्रों के बीच हिंदू विरोधी भावनाएं फैला रहे हैं।”
आरोप है कि टीचर ने ने छात्रों से कहा था कि महाभारत और रामायण काल्पनिक हैं और उसने छात्रों में हिंदू विरोधी भावनाएं पैदा करने की कोशिश की।