केरल में 26 साल की एक महिला डॉक्टर की खुदकुशी का मामला तूल पकड़ने लगा है. ससुराल वालों की ओर से उसके मायके के परिवार पर दहेज के लिए दबाव बनाए जाने के बाद कथित आत्महत्या के कदम की जांच के आदेश दिए गए हैं. सूबे की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार (6 दिसंबर) को युवा महिला डॉक्टर की आत्महत्या के मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
महिला 5 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम में एक अपार्टमेंट में मृत पाई गई थी. जॉर्ज ने एक बयान में कहा कि आत्महत्या के लिए दहेज संबंधी आरोपों के सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए. उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक को जांच करने के बाद रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये गये हैं.
फ्लैट में मृत मिली थी महिला चिकित्सक
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया था कि यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में 26 वर्षीय स्नातकोत्तर चिकित्सक शहाना को अपार्टमेंट में बेहोश पाया गया था. चिकित्सक को बाद में अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज थाना पुलिस ने इस बीच अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी और मृतक चिकित्सक के रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए हैं.
सुसाइड नोट में लिखा – सबको केवल पैसे चाहिए
इस मामले पर पुलिस ने ज्यादा जानकारी नहीं दी लेकिन सूत्रों ने बताया की अपार्टमेंट में एक ‘सुसाइड नोट’ मिला जिसपर पीड़ित ने लिखा था, ”सबको केवल पैसे चाहिए.” राज्य के अल्पसंख्यक आयोग ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया और मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि आयोग के अध्यक्ष ए. ए. राशीद ने जिलाधिकारी, शहर के पुलिस आयुक्त और चिकित्सा शिक्षा निदेशक को 14 दिसंबर को यहां अगली बैठक के दौरान आयोग के समक्ष उपस्थित होने और घटना पर एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया.
दहेज के लिए प्रेमी पर शादी से इनकार करने का आरोप
मृतक के परिवार के करीबी लोगों ने आरोप लगाया कि शहाना अवसाद में थी क्योंकि उसका मित्र जो एक चिकित्सक था, वह दहेज का हवाला देकर शादी करने से पीछे हट गया था. एक स्थानीय पार्षद ने आरोप लगाया कि शहाना का परिवार दहेज देने के लिए तैयार था लेकिन बाद में दूल्हे के परिवार ने बड़ी रकम मांग ली जिसे देने में लड़की के परिजन असमर्थ थे. पार्षद ने आरोप लगाया, ‘लड़के के परिजनों ने दहेज के रूप में बड़ी रकम की मांग की और बाद में शादी करने से पीछे हट गए. डॉ. शहाना इस कारण डिप्रेशन में थीं.’ माना जा रहा है कि इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी का कदम उठाया है.
महिला आयोग ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
राज्य के महिला आयोग की अध्यक्ष पी सतीदेवी पास के वेंजारामूडु में शहाना के घर गईं और उसकी मां को सांत्वना दीं. सतीदेवी ने युवा डॉक्टर की कथित आत्महत्या पर दुख और चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर दहेज के कारण हुई मानसिक पीड़ा ने उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया है तो कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.