हमीरपुर : केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित नए कानून में सड़क दुर्घटना कर भागने वाले चालकों को दस वर्ष की सजा व सात लाख रुपये जुर्माना की बात सुनकर ट्रक, बस व आटो चालकों में काफी आक्रोश नजर आ रहा है। मंगलवार को अधिकारियों के समझाने के बाद किसी तरह से रोडवेज बसों का संचालन हुआ। लेकिन चालकों की हड़ताल के चलते डीजल पेट्रोल के टैंकर नही आ सके। जिसके कारण पंपों में इसकी किल्लत नजर आई और लोग अपने वाहनों की टंकिया भरवाते नजर आए।
केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित किए गए नए कानून के विरोध में सोमवार से शुरू हुई हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। अधिकारियों के मनाने के बाद रोडवेज बस चालकों ने किसी तरह से बसों का संचालन किया। जिससे यात्रियों को काफी राहत मिली। वहीं प्राइवेट वाहन चालक भी सवारियां लेकर अपनी गाड़ियां सड़कों व हाईवे पर दौड़ाते नजर आए। लेकिन ट्रकों के चक्के दूसरे दिन भी पूरी तरह से जाम रहे और जिले में मौरंग का कारोबार पूरी तरह से ठप रहा। ट्रकों का संचालन न होने के कारण जिले में मौरंग का कारोबार भी काफी प्रभावित रहा और राजस्व की काफी हानि हुई। वहीं डीजल पेट्रोल के वाहन न आने के कारण पंपों में इसकी भी कमी नजर आई। सब्जी व खाने पीने के सामान भी काफी बढ़ोत्तरी हो गई है। जिससे हर कोई हलाकान है।