लखनऊ। भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न आने के कारण शनिवार को संगठन में बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी ने
प्रदेश, मंडल, जिला, विधानसभा व ब्लाक स्तरीय कार्यकारिणी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है। अब 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए नए सिरे से सभी स्तरों पर कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।
ओपी राजभर के बेटे को भी चुनाव में मिली हार
वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ने वाली सुभासपा के विधानसभा में छह सदस्य हैं। सुभासपा बाद से भाजपा गठबंधन के साथ आ गई थी और उसके अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार में पंचायतीराज व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। इस लोकसभा चुनाव में सुभासपा को एनडीए गठबंधन के तहत घोसी लोकसभा सीट मिली थी। इसमें उन्होंने अपने बेटे अरविन्द राजभर काे चुनाव लड़ाया था, लेकिन वे सपा के राजीव राय से 1.62 लाख वोटों के भारी अंतर से चुनाव हार गए।
प्रदेश स्तर से लेकर ब्लाक स्तर की सभी कार्यकारिणी भंग
सुभासपा आसपास की लोकसभा सीटों पर भी भाजपा को फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसी को देखते हुए सुभासपा प्रमुख ने अपने संगठन की प्रदेश स्तर से लेकर ब्लाक स्तर की सभी कार्यकारिणी भंग कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविन्द राजभर ने मुख्य इकाई के साथ ही सभी माेर्चों व प्रकोष्ठों को भी तत्काल भंग कर दिया है।
नई ऊर्जा के साथ तैयार होगा संगठन: अरुन राजभर
मुख्य प्रवक्ता अरुन राजभर ने बताया कि अब नई ऊर्जा के साथ संगठन को तैयार किया जाएगा। अगले महीने यानी जुलाई में सबसे पहले प्रदेश व जिलों की कार्यकारिणी का गठन होगा। इसके बाद ब्लाक स्तर तक कार्यकारिणी गठित की जाएगी।